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Pramod Sawant: यूपी-बिहार के श्रमिकों पर अभद्र टिप्पणी कर बुरे फंसे सीएम प्रमोद सावंत, जानें पूरा माजरा

Pramod Sawant: दरअसल, 1 मई यानी की श्रमिक दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रदेश में होने वाली आपराधिक घटनाओं को जिम्मेदारी बिहारी श्रमिकों को बता दिया था। उन्होंने कहा था कि गोवा में आने वाले सभी मजदूरों पर विशेष ध्यान रखना होगा, क्योंकि आमतौर बाहर से आए प्रवासी मजदूर यहां आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर चले जाते हैं।

नई दिल्ली। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ बिहार श्रमिकों पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में परिवाद दर्ज करवाया गया है। यह परिवाद पटना सीजेएम के सामने जेडीयू नेता मनीष सिंह ने दर्ज करवाया है। अपनी शिकायत में मनीष सिंह ने मुख्यमंत्री से बिहार में आकर माफी की मांग की या माफी नहीं मांगने की स्थिति में उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करने करने की भी बात कही गई है। आइए, अब आगे जानते हैं कि आखिर सीएम प्रमोद सावंत ने बिहारी श्रमिकों के बारे में ऐसा क्या कह दिया था, जिससे खफा होकर जेडीयू नेता मनीष सिंह ने उनके खिलाफ परिवाद दर्ज करवाया। आइए, आगे विस्तार से जानते हैं।

जानें पूरा माजरा

दरअसल, 1 मई यानी की श्रमिक दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रदेश में होने वाली आपराधिक घटनाओं का जिम्मेदार यूपी-बिहार के श्रमिकों को बता दिया था। उन्होंने कहा था कि गोवा में आने वाले सभी मजदूरों पर विशेष ध्यान रखना होगा, क्योंकि आमतौर पर बाहर से आए प्रवासी मजदूर यहां आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर चले जाते हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश में होने वाली 90 फीसद आपराधिक घटनाओं में बिहार और उत्तर प्रदेश के श्रमिक शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले सभी प्रवासी श्रमिकों के डेटा को संग्रहित करके रखना होगा, ताकि वक्त आने पर उनके बारे में जानकारी जुटाई जा सकें।

तेजस्वी यादव ने जताई आपत्ति

उधर, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीएम प्रमोद सावंत द्वारा दिए गए इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल जी के बाद अब गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शर्मनाक बयान देकर बिहार और बिहारियों का घोर अपमान किया है। भाजपा और भाजपाई नेताओं को बिहार और बिहारियों से नफरत क्यों है? केंद्र की बीजेपी सरकार बिहार के सभी हकों, वाजिब माँगों व अधिकारों को लेकर सदा नकारात्मक और उदासीन क्यों रहती है?