CM योगी ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के दिए निर्देश, लापरवाही बरतने वालों को दी चेतावनी
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने किसानों से धान की खरीद तेजी से किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। सीएम योगी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी टीम बनाकर निरन्तर धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि धान क्रय की प्रक्रिया फरवरी, 2021 तक संचालित होगी। इसके दृष्टिगत सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने धान क्रय प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय कर सख्त कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं।
किसानों से धोखेबाजी की तो जेल ही होगा परमानेंट ठिकाना : सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में किसानों के साथ धोखेबाजी करने वालों के लिए जेल ही परमानेंट ठिकाना है। उन्होंने कहा है कि किसानों का हित संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई अधिकारी हो या कर्मचारी अथवा निजी संस्था, किसी को भी किसानों के हक के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की बैठक में लिए गए निर्णयों को पूरे प्रदेश में तत्परता से लागू किया जाए। इस सम्बन्ध में सभी जनपदों में समयबद्ध ढंग से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आयोग के निर्णयों के क्रम में सम्पादित किए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गो-आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश के लिए चारे-पानी की पर्याप्त उपलब्धता बनाई रखी जाए। गोवंश को सर्दी से सुरक्षित रखने के लिए गो-आश्रय स्थलों में सभी जरूरी इन्तजाम सुनिश्चित किए जाएं।