लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी द्वारा जनता की समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण की नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस (तहसील दिवस) तथा थाना दिवस को और प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश दिये कि वरिष्ठ अधिकारीगण जनपदों का भ्रमण कर वहां विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के संचालन की मौके पर जानकारी प्राप्त करें। भ्रमण के दौरान अधिकारीगण क्षेत्र की जनता से भेंट कर उनकी समस्याओं को सुनें तथा विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक भी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए की कार्यालयों में अधिकारी एवं कर्मचारी समय से उपस्थित हों। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी नियमित तौर पर कार्यालय में जनता से भेंट करें। अपरिहार्य कारणवश कार्यालय में उनकी अनुपलब्धता की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत किसी अन्य अधिकारी को इस कार्य के लिए नामित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रैन बसेरों में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रैन बसेरों के संचालन में कोविड-19 से बचाव के लिए सभी प्रबन्ध करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में मल्टी मोडल टर्मिनल के मार्ग पर आवागमन को सुगम एवं सुचारू बनाने के लिए बेहतर व्यवस्था बनायी जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विभिन्न विकास योजनाओं को तेजी से क्रियान्वित किया जाए।