लखनऊ। कोरोना संकट को देखते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आने वाले दिनों में त्योहारों को लेकर एहतियात बरतने के लिए निर्देश जारी किये हैं। बता दें कि आने वाले दिनों में दुर्गा पूजा, दशहरा, दीवाली जैसे बड़े त्योहार पड़ने वाले हैं, ऐसे में कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के सीएम योगी द्वारा निर्देश दिए गए हैं। योगी सरकार का कहना है कि इन त्योहारों को घर पर रह ही मनाया जाए और कोई सार्वजनिक आयोजन न किया जाए। इसका मतलब साफ है कि दुर्गा पूजा में भी किसी तरह की भीड़ नहीं होना। सीएम योगी ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए गुरूवार को लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में ये बात कही। उन्होंने कहा कि आगामी पर्वों को ध्यान में रखते हुए लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में विशेष रूप से जागरूक किया जाए। त्योहारों को घर पर ही मनाया जाए। कोई सार्वजनिक आयोजन न किया जाए।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पूर्ण पालन तथा सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने के सम्बन्ध में लोगों को जानकारी दी जाय और इसके तहत त्योहारों को मनाया जाय। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्रवाई को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। आवश्यकतानुसार माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन स्थापित किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय रहें और इनके माध्यम से कोरोना से बचाव तथा यातायात सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए।
योगी ने कहा कि कोविड-19 के उपचार सम्बन्धी औषधियों, टेस्टिंग किट्स तथा बचाव में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे मास्क, ग्लव्स, पीपीई किट तथा सेनिटाइजर आदि की पयार्प्त एवं सुचारु व्यवस्था बनाए रखी जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति का आकलन करते हुए आने वाले समय की जरूरतों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित कराई जाएं।
उन्होंने स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन कार्य को निरन्तरता प्रदान किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना तथा अमृत योजना की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाय। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित विशेष आर्थिक पैकेज का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्रवाई की जाए। अधिक से अधिक कामगारों, स्ट्रीट वेण्डरों को ऋण प्रदान कर लाभान्वित किया जाए। एमएसएमई इकाइयों को पैकेज के माध्यम से लोन उपलब्ध कराने की कार्रवाई प्रभावी ढंग से की जाए। उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में गौ संरक्षण केन्द्रों को सुचारु रूप से क्रियाशील रखे जाने के निर्देश भी दिए।