
नई दिल्ली। यूपी में कानून व्यवस्था को मुस्तैद करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार एक के बाद दूसरे बड़े कदम उठा रही है। इसी सिलसिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कानपुर में एक आईपीएस और सीओ स्तर के अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर काफी सख्त हैं।
हाल की कुछ घटनाओं से योगी सरकार बेहद तेजी से एक्शन के मूड में है। कानपुर के बिकरू कांड के बाद लैब टेक्नीशियन की अपरहण व हत्या तथा गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या के मामलों से सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। कानपुर जैसी कार्रवाई यूपी में और भी जगहों पर हो सकती है।
कानपुर के बर्रा कांड में शुरुआती कार्रवाई के तहत एएसपी अपर्णा गुप्ता और तत्कालीन सीओ मनोज गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। एडीजी पीएचक्यू बीपी जोगदंड को इसकी जांच सौंपी गई। कानपुर में संजीत यादव के अपहरण के मामले में योगी सरकार बाबा 2 सितंबर हटाए गए पूर्व प्रभारी निरीक्षक थाना बर्रा रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है।
कानून-व्यवस्था के मामले में कोई भी समझौता न करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर बेहद सख्त हैं। पुलिस तथा अपराधियों के बीच सांठगांठ के कई मामले सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का पारा चढ़ा हुआ है। उनके तेवर देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि प्रदेश के पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल जल्दी हो सकता है।