जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर सांप्रदायिक झड़प हुई है। घटना मंगलवार रात की है। राजधानी जयपुर के ब्रह्मपुरी थाना इलाके की कृष्णा कॉलोनी में देर रात दो समुदायों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। जमकर पत्थरबाजी भी हुई। पत्थरबाजी से कई मकानों के शीशे टूट गए। जानकारी मिलने के बाद बड़ी तादाद में पुलिस मौके पर तैनात की गई है। आला अफसर भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को किसी तरह संभाला। जयपुर के डीसीपी नॉर्थ परिश देशमुख के मुताबिक किसी लड़की से छेड़छाड़ के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। उन्होंने बताया कि यहां पक्षों में फायरिंग की खबर गलत है। किसी ने फायरिंग नहीं की है।
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। राजस्थान में इससे पहले भी सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। भीलवाड़ा के सांगानेर में 4 मई को कुछ लोगों ने दूसरे समुदाय के दो युवकों की जमकर पिटाई की थी। एक बाइक को भी फूंक दिया था। जिसके बाद तनाव फैल गया था। 28 जून को उदयपुर के धानमंडी इलाके में टेलर कन्हैयालाल की दो लोगों ने धारदार हथियार से दुकान में ही हत्या कर दी थी। दोनों कपड़े का नाप देने के बहाने कन्हैयालाल की दुकान पर पहुंचे थे।
करौली कस्बे में हिंदू नववर्ष के मौके पर 2 अप्रैल को निकाली गई बाइक रैली पर एक समुदाय के लोगों ने जमकर पथराव किया। फिर 35 से ज्यादा दुकानों, मकानों और गाड़ियों में आग लगा दी थी। हिंसा में पुलिसवालों समेत 40 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। 15 दिन कर्फ्यू लगाना पड़ा था। इस घटना के ठीक एक महीने बाद 2 मई को जोधपुर में परशुराम जयंती के मौके पर जालोरी गेट पर भगवा झंडे हटाने और इस्लामी झंडे लगाने के मसले पर हिंसा भड़की। अगले दिन ईद के मौके पर नमाज के लिए लगाए गए लाउडस्पीकर्स को भीड़ ने हटा दिया। इसके बाद जमकर हिंसा हुई। 10 थाना इलाकों में कर्फ्यू लगाने की नौबत आ गई।