नई दिल्ली। बीते दिनों इन चर्चाओं ने जोर पकड़ा कि अडानी ग्रुप ने रेलवे का टिकट बुकिंग अपने हाथ ले लिया है। इस मुद्दे पर खूब सियासत भी हुई। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने अडानी को रेलवे टिकटों की बुकिंग दिए जाने पर खूब हो-हल्ला मचाया और मोदी सरकार पर आरोप लगाए। अब रेलवे टिकट बुकिंग करने वाली आईआरसीटीसी ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के आरोपों और दुष्प्रचार की पोल खोल दी है। आईआरसीटीसी ने बयान जारी कर अडानी को टिकट बुकिंग दिए जाने की खबरों को गलत बताया है। पहले आप देखिए कि कांग्रेस की मीडिया सेल के प्रमुख और सांसद जयराम रमेश ने अडानी और रेलवे टिकट बुकिंग को लेकर क्या ट्वीट किया था।
आईआरसीटीसी ने जयराम रमेश के इस ट्वीट के बाद कहा है कि ऑनलाइन ट्रेन बुकिंग और सूचना प्लेटफॉर्म ट्रेनमैन का अडानी ने अधिग्रहण किया है और इससे उसे कोई चुनौती नहीं मिलने वाली है। आईआरसीटीसी ने जयराम रमेश के ट्वीट पर जवाब में कहा है कि ये भ्रामक बयान है। अडानी के स्वामित्व वाला ट्रेनमैन सिर्फ आईआरसीटीसी का पूरक होगा। इससे आईआरसीटीसी को कोई खतरा या चुनौती नहीं होगी। आईआरसीटीसी ने कहा है कि सभी एकीकरण और संचालन वो ही करता रहेगा। अडानी के स्वामित्व वाली ट्रेनमैन आईआरसीटीसी का B2C यानी बिजनेस टू कस्टमर है। मतलब ये कि आईआरसीटीसी से आप पहले की तरह टिकट बुकिंग करना जारी रख सकते हैं। इसके अलावा अडानी ने जो ट्रेनमैन कंपनी खरीदी है, वो ट्रेन टिकट बुकिंग करने वाली और दूसरी निजी कंपनियों की तरह ही एक कंपनी है।
यह भ्रामक कथन है। Trainman IRCTC के 32 अधिकृत बी2सी (बिजनेस टू कस्टमर) भागीदारों में से एक है। हिस्सेदारी बदलने से इसमे कोई अंतर नहीं आयेगा। सभी एकीकरण और संचालन IRCTC के माध्यम से किए जाते रहेंगे। यह केवल IRCTC का पूरक होगा और IRCTC के लिए कोई खतरा या चुनौती नहीं है। https://t.co/7ERSbMj6JR
— IRCTC (@IRCTCofficial) June 18, 2023
दरअसल, मसला ये है कि गौतम अडानी के मसले पर कांग्रेस और विपक्षी दल पीएम नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और अन्य आरोप लगाते हैं कि मोदी अपने दोस्त अडानी की मदद कर उनको दुनिया का नंबर एक अरबपति बनाना चाहते हैं। मोदी और अडानी को लेकर कांग्रेस का ये आरोप हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद लगना शुरू हुआ था। अब ट्रेनमैन को अडानी ने खरीदा, तो कांग्रेस ने पूरे मामले की तहकीकात किए बगैर मोदी सरकार पर आईआरसीटी को बेचने का आरोप लगाकर निशाना साध दिया। जिसपर अब आईआरसीटीसी ने उसके दुष्प्रचार की पोल खोल दी है।