newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की नजर में मोदी सरकार के दौर में भारत गुलाम, कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘भारत जोड़ो’ यात्रा निकालेगी पार्टी

कांग्रेस ने अपनी इस भारत जोड़ो यात्रा को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 8 अगस्त 1942 से शुरू हुए ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन से भी जोड़ा है। जयराम रमेश ने बयान में कहा है कि 80 साल पहले महात्मा गांधी की प्रेरणा से ही भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था और उससे 5 साल बाद देश को आजादी मिली थी। बता दें कि अक्टूबर में ही कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव भी होना है।

नई दिल्ली। कांग्रेस की नजर में PM नरेंद्र मोदी की सरकार के दौर में भारत अंग्रेजी राज की तरह गुलाम है। इसे मुद्दा बनाते हुए अब कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को और धार देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत अब पार्टी ने 7 सितंबर से ‘भारत जोड़ो’ यात्रा शुरू करने का एलान किया है। ये यात्रा कश्मीर से कन्याकुमारी तक जाएगी। यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश से होकर गुजरेगी। कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रमुख और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने बयान जारी कर बताया है कि करीब 3500 किलोमीटर की ये यात्रा 150 दिन में पूरी होगी। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता लोगों को मोदी सरकार की नीतियों के बारे में बताएंगे और कांग्रेस के राज से उसकी तुलना करेंगे।

congress bharat jodo yatra

जयराम रमेश ने बताया है कि इस कश्मीर से कन्याकुमारी तक होने वाली भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी समेत पार्टी के अन्य नेता भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने अपील की है कि जो भी भय, कट्टरता, पूर्वाग्रह, बेरोजगारी और असमानता को देश के लिए खतरा मानता है, वो इस यात्रा में शामिल हों। बता दें कि कांग्रेस ने पिछले कुछ समय से बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी सरकार को घेरने का काम जारी रखा हुआ है। इस आंदोलन को कांग्रेस इस यात्रा के दौरान और तेज करने की तैयारी कर रही है।

Jairam Ramesh

कांग्रेस ने अपनी इस भारत जोड़ो यात्रा को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 8 अगस्त 1942 से शुरू हुए ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन से भी जोड़ा है। जयराम रमेश ने बयान में कहा है कि 80 साल पहले महात्मा गांधी की प्रेरणा से ही भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था और उससे 5 साल बाद देश को आजादी मिली थी। बता दें कि अक्टूबर में ही कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। इससे पहले कांग्रेस की ये यात्रा इस पद को लेकर आम लोगों के बीच रायशुमारी का काम भी कर सकता है।