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CPM Vs Congress: ‘सांप्रदायिक ताकतों की मदद से वायनाड में जीते राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा’, सीपीएम नेता के बयान पर भड़की कांग्रेस तो बीजेपी ने उठा दिया सवाल

CPM Vs Congress: सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पोलिट ब्यूरो के सदस्य ए. विजयराघवन के बयान से कांग्रेस और केरल में उसकी सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग बुरी तरह भड़क गई हैं। विजयराघवन ने राहुल और प्रियंका गांधी की जीत को सांप्रदायिक ताकतों की मदद से हुआ बताया था।

नई दिल्ली। सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पोलिट ब्यूरो के सदस्य ए. विजयराघवन के बयान से कांग्रेस और केरल में उसकी सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग बुरी तरह भड़क गई हैं। सीपीएम नेता ए. विजयराघवन ने पिछले हफ्ते वायनाड में पार्टी के जिला कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सांप्रदायिक और कट्टरपंथी ताकतों की मदद से लोकसभा का चुनाव जीते। सीपीएम नेता ने बयान में ये भी कहा था कि अगर ऐसा न होता, तो दोनों कैसे वायनाड से चुनाव जीतते। सीपीएम के वरिष्ठ नेता के बयान पर कांग्रेस के संगठन महासचिव और सांसद केसी वेणुगोपाल ने पलटवार किया है। वेणुगोपाल ने कहा कि सीपीएम बताए कि ए. विजयराघवन का बयान क्या पार्टी का है? कांग्रेस नेता उदित राज ने भी सीपीएम पर पलटवार किया। इस पर सीपीएम नेता हन्नान मोल्ला ने भी अपनी बात कही है।

वहीं, केरल में कांग्रेस की सहयोगी और वायनाड में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को समर्थन देने वाली इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग यानी आईयूएमएल ने भी ए. विजयराघवन के बयान पर नाराजगी जताई है। आईयूएमएल के राष्ट्रीय महासचिव पीके कुनहलिकुट्टी ने मीडिया से कहा कि चुनावी फायदे के लिए सीपीएम संघ परिवार की भाषा बोल रही है। उन्होंने कहा कि विजयराघवन ने वायनाड के वोटरों के लोकतांत्रिक फैसले को चोट पहुंचाई है। जिसकी सेकुलर और प्रगतिशील केरल में कोई जगह नहीं है। वहीं, सीपीएम नेता विजयराघवन के बयान के बाद अब बीजेपी ने सीपीएम को सवालों के घेरे में लिया है। बीजेपी ने पूछा है कि क्या इस बयान के बाद कांग्रेस से सीपीएम नाता तोड़ेगी।

वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा से वायनाड लोकसभा उप चुनाव हारने वाली बीजेपी की नव्या हरिदास का क्या कहना है, ये भी सुन लीजिए। उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा पर चुनाव संबंधी हलफनामे में संपत्ति की सही जानकारी न देने का आरोप लगाया है। इस तरह देखा जाए तो कांग्रेस पर सहयोगी सीपीएम तो निशाना साध ही रही है। वहीं, बीजेपी भी लगातार कांग्रेस और सीपीएम को घेरने में जुटी है।

बता दें कि हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस के खिलाफ इंडी गठबंधन में विरोध के सुर लगातार उठ रहे हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तो ये तक कहा था कि विपक्ष का गठबंधन उन्होंने बनाया और अब उसका हाल तक पता नहीं। ममता ने कहा था कि वो इंडी गठबंधन की कमान लेने के लिए तैयार हैं। लालू यादव, शरद पवार, अखिलेश यादव वगैरा ने ममता बनर्जी का समर्थन किया था। वहीं, जम्मू-कश्मीर के सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अबदुल्ला ने भी गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस को ईवीएम का रोना न रोने की सलाह दी थी।