नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। इससे पहले इसकी प्रक्रिया को लेकर पार्टी के तमाम नेता सवाल खड़े कर रहे हैं। इन्हीं में शामिल कांग्रेस के 5 सांसदों ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को चिट्ठी लिखी। शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई और अब्दुल खालिक ने अपनी इस चिट्ठी में कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में वोट देने वाले प्रतिनिधियों की लिस्ट सार्वजनिक न किए जाने पर सवाल खड़ा किया। पांचों नेताओं ने चिंता जताई कि जिन लोगों को वोट देने और नामित करने की मंजूरी मिली है, उनके नाम पता नहीं हैं। इन सांसदों की चिट्ठी से कांग्रेस आलाकमान के कान खड़े हुए। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक और विवाद न खड़ा हो, इसके लिए आनन-फानन में मधुसूदन मिस्त्री ने सभी 5 सांसदों को चिट्ठी लिखकर सफाई दी। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के 23 नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को चिट्ठी लिखकर पार्टी में आमूलचूल बदलाव करने की मांग की थी।
मधुसूदन मिस्त्री ने इन नेताओं को लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के इच्छुक लोग सभी प्रतिनिधियों के नाम की लिस्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी AICC के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण दफ्तर में 20 सितंबर से देख सकेंगे। मिस्त्री ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि ये लिस्ट 24 सितंबर तक उपलब्ध रहेगी। पांचों सांसदों को मिस्त्री ने लिखा कि वे एआईसीसी दफ्तर आकर लिस्ट देख सकते हैं। साथ ही अपने 10 समर्थकों के दस्तखत भी वहां हासिल कर सकते हैं। पांचों सांसदों ने अपनी चिट्ठी में मांग की थी कि वोटर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों की लिस्ट और सभी संभावित प्रत्याशियों के बारे में जानकारी पार्टी की वेबसाइट पर डाली जाए।
I am pleased that this clarification has come in the form of his constructive reply to our letter (attached). In view of these assurances, I am satisfied. Many will be glad to move on with an election process that in my view will only strengthen the party. pic.twitter.com/y5Q1WgFGwl
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 10, 2022
बहरहाल, सांसदों की चिट्ठी पर कांग्रेस की तरफ से दिए गए जवाब से शशि थरूर संतुष्ट नजर आए। थरूर ने कहा कि उन्होंने चिट्ठी लीक होने के बाद पैदा हुए विवाद को खत्म करने के लिए चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री से बात की है। उन्होंने कहा कि हम पांचों ने स्पष्टीकरण मांगा है और पार्टी आलाकमान से कोई टकराव नहीं चाहते। थरूर ने कहा कि लिस्ट जरूर दी जानी चाहिए, ताकि पता चले कि किसी के नामांकन पर दस्तखत करने का अधिकार किसे है और वोट देने का अधिकारी कौन है। वहीं, कार्ति चिदंबरम ने कहा कि वो भी मधुसूदन मिस्त्री के जवाब से संतुष्ट हैं। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 24 से 30 सितंबर तक परचा दाखिल किया जा सकेगा। चुनाव 17 अक्टूबर को और नतीजे 19 अक्टूबर को आएंगे।