
नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है। संसद में महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए सोनिया गांधी ने ये भी कहा कि इस बिल के समर्थन में वो खड़ी हैं और इससे राजीव गांधी का सपना पूरा होगा। सोनिया गांधी ने लोकसभा में कहा कि महिला आरक्षण बिल में एससी, एसटी और ओबीसी को कोटा में कोटा दिया जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि बिल पास करने में देरी करना महिलाओं के साथ नाइंसाफी होगी। सोनिया ने कहा कि 13 साल से महिलाएं भागीदारी का इंतजार कर रही हैं।
#WATCH | Women’s Reservation Bill | Congress Parliamentary Party Chairperson Sonia Gandhi says, “This is an emotional moment of my own life as well. For the first time, Constitutional amendment to decide women’s representation in local body election was brought by my life partner… pic.twitter.com/stm2Sggnor
— ANI (@ANI) September 20, 2023
सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी पहला संविधान संशोधन बिल लाए थे। उन्होंने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस की मांग है कि बिल को पास कराकर तुरंत लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि 15 लाख महिलाएं स्थानीय निकायों में हैं। बता दें कि अभी संसद में 82 महिला सांसद हैं। सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल पर अपने भाषण के दौरान लोकसभा में ये मांग भी की कि सरकार जातिगत जनगणना कराए। इससे साफ हो गया है कि आने वाले सभी चुनाव में कांग्रेस का इरादा जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाने का है। सोनिया गांधी की तरफ से महिला आरक्षण बिल का समर्थन करने के बयान से ये पक्का हो गया है कि लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार के समर्थन का फैसला किया है। इससे पहले सोनिया गांधी ने संसद के बाहर मीडिया से कहा कि महिला आरक्षण बिल राजीव गांधी का है।
हालांकि, कुछ अन्य विपक्षी दल ओबीसी आरक्षण, मुस्लिम महिलाओं के लिए आरक्षण वगैरा की मांग कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने महिला आरक्षण बिल को महिलाओं को धोखा देने वाला बताया है। यानी महिला आरक्षण बिल के मसले पर विपक्षी गठबंधन में ही अलग-अलग सुर सुनाई दे रहे हैं। वैसे माना जा रहा है कि कल यानी गुरुवार तक महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो जाएगा।