newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में फिर भिड़े नेता, हाथपाई की आ गई नौबत, छोटी-सी बात का बना दिया बतंगड़

Chhattisgarh :ऐसे आप लोग इस कीमती समय को विवादों की भेंट न ही चढ़ाए, तो मेहरबानी होगी। बररहाल, यह जान लीजिए कि यह विवाद कांग्रेस नेता सन्नी और अमरजीत केक बीच हुआ था। विवाद की वजह सिर्फ गाड़ी पार्किंग थी, लेकिन स्थिति की गंभीरता इस कदर बढ़ गई कि दोनों ने पहले तो एक-दूसरे को गाली देना शुरू किया। इसके बाद मरने मारने पर उतारू हो गए।

नई दिल्ली। छोटी-मोटी बातों का बवाल बनाकर मरने मारने पर उतारू हो जाना छत्तीसगढ़ कांग्रेस में आजकल आम बात हो गई है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि पिछले एक पखवाड़े से तीन मर्तबा कांग्रेसी नेताओं के बीच विवाद के हिंसक होने का मामला सामने आया है। हम आपको इन तीनों ही मामलों से रूबरू कराएंगे, लेकिन उससे पहले हम आपको आज यानी की शनिवार को हुए कांग्रेसी नेता कैसे महज छोटी-सी बात पर एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो गए। उसके बारे में बताए चलते हैं।  दरअसल, शनिवार को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में कांग्रेसी नेता कार पार्किंग को लेकर आपस में भिड़ गए। जिस छोटी-सी बात को महज गुफ्तगू के दम पर सुलझाया जा सकता है, उस मसले पर यह दोनों नेता यूं समझ लीजिए कि मरने मारने पर ही उतारू हो गए। वो तो गनीमत रही कि मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मौजूद थे और उन्होंने बीच बचाव करते हुए दोनों ही नेताओं को शांत करवा दिया और उन्हें समझाने की कोशिश की कि हम यहां लड़ाई झगड़ा करने नहीं, बल्कि पार्टी की स्थिति को सुदृढ करने की दिशा में बैठक करने आए हैं।

ऐसे आप लोग इस कीमती समय को विवादों की भेंट न ही चढ़ाए, तो मेहरबानी होगी। बररहाल, यह जान लीजिए कि यह विवाद कांग्रेस नेता सन्नी और अमरजीत के बीच हुआ था। विवाद की वजह सिर्फ गाड़ी पार्किंग थी, लेकिन स्थिति की गंभीरता इस कदर बढ़ गई कि दोनों ने पहले तो एक-दूसरे को गाली देना शुरू किया। इसके बाद मरने मारने पर उतारू हो गए। हालांकि, यहां गौर करने वाली बात यह है कि पिछले एक पखवाड़े से कांग्रेस पार्टी के नेता एक दूसरे से भिड़ते नजर आ रहे हैं। अगर आपको याद हो, तो कल यानी की बीते शुक्रवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ता भी आपस में भिड़ गए थे। इससे पहले 29 अक्टूबर को भी एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। लेकिन इनके बीच विवाद की क्या वजह थी।

यह पता नहीं लग पाया था। वहीं, प्रदेश कांग्रेसी नेताओं के बीच जारी इस विवाद को लेकर बीजेपी समेत अन्य दल खुलकर चुटकी लेते नजर आ रहे हैं। बीजेपी समेत अन्य दलों के नेताओं का कांग्रेस की दुर्दशा पर कहना है कि जब यह लोग खुद के मसले नहीं संभाल पा रहे हैं, तो आप ही बताइए कि यह लोग प्रदेश के अहम मसलों को कैसे संभाल पाएंगे। शायद आपको ध्यान हो कि वर्तमान में पंजाब और राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में राजनीतिक घमासान आकार लेता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच ढाई-ढाई  साल वाले फॉर्मूल को लेकर तनाव की स्थिति पैदा हो चुकी है। ऐसे में अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया हैं और ऊपर से आए दिन कांग्रेसी नेताओं के बीच बढ़ता विवाद कहीं न कहीं पार्टी की स्थिति को लचर बना रहा है। खैर, अब आगे चलकर पार्टी की स्थिति क्या रूख अख्तियार करती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।