
तिरुवनंतपुरम। गुजरात दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के खिलाफ अब कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने भी पार्टी की राय के खिलाफ बात कही है। शशि थरूर ने एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के बारे में राय रखी। उन्होंने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला भी दिया। शशि थरूर ने कहा कि इस बारे में अब बात करने का फायदा नहीं है। मामला पुराना है। देश काफी आगे चला गया है। सुप्रीम कोर्ट का गुजरात दंगों पर अंतिम फैसला भी आ चुका है। ऐसे में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की बात कहने से कोई फायदा नहीं होने वाला है।
I did not do that. I’ve repeatedly made it clear that i believe the wounds of Gujarat have not fully healed, but that given that the Supreme Court has issued a final ruling, we gain little from debating this issue when so many urgent contemporary matters need to be addressed. https://t.co/kvfcb6u27p
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 27, 2023
शशि थरूर ने वेब न्यूज पोर्टल से ये भी कहा कि उनका मानना है और बार-बार ये कहा है कि गुजरात के घाव पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं, लेकिन हमें इस मुद्दे पर बहस करने से बहुत कम लाभ होता है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने आखिरी फैसला सुना दिया है। थरूर ने कहा कि पहले से ही कई मामले हैं। जिनपर बात करनी जरूरी है। शशि थरूर ने कहा कि वो मानते हैं कि अन्य लोग उनके विचार से असहमत हो सकते हैं। थरूर ने कहा कि सांप्रदायिक मुद्दों पर मेरे 40 साल के रिकॉर्ड और गुजरात दंगा पीड़ितों के लिए खड़े होने को भी विकृत रूप से पेश किया जाता है।
बता दें कि गुजरात दंगों पर बीबीसी ने दो पार्ट में डॉक्यूमेंट्री बनाई है। इस डॉक्यूमेंट्री को आधार बनाकर पीएम नरेंद्र मोदी को कांग्रेस के नेता और वामपंथी छात्र संगठन लगातार घेर रहे हैं। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है। इसके बाद भी इसको प्रदर्शित करने के लिए कई यूनिवर्सिटी में हंगामा हो चुका है। टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी डॉक्यूमेंट्री का पहला पार्ट ट्विटर पर शेयर किया था। सभी ट्विटर हैंडल्स से इस डॉक्यूमेंट्री को केंद्र के निर्देश पर कंपनी ने हटा दिया है।