नई दिल्ली। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर निशाना साधा गया कि, कांग्रेसी नेता महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में ‘चयनित रूख’ अपनाते हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि, ट्वीट फ्रेंडली नेता राहुल गांधी ने पंजाब की घटना पर एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने राहुल पर तंज करते हुए कहा कि कोई ट्वीट नहीं, कोई नाराजगी नहीं और कोई पिकनिक नहीं। वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जवाब देने के लिए सामने आना चाहिए था। उन्होंने कहा कि, होशियारपुर में 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ और उसकी लाश को जलाने का भी प्रयास किया गया। कांग्रेस पार्टी की इस विषय पर चुप्पी दुखद है, रेप को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।
भाजपा के इस प्रहार पर अब राहुल गांधी ने अपना जवाब ट्विटर के जरिए दिया है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि, ”यूपी से उलट पंजाब और राजस्थान की सरकारें इस बात से इनकार नहीं कर रही हैं कि लड़की के साथ रेप नहीं हुआ, वे परिवार को धमका नहीं रहे हैं और न्याय के रास्ते में बाधा नहीं डाल रहे हैं। अगर वे ऐसा करते हैं, तो मैं न्याय के लिए लड़ने जाऊंगा।” अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने हाथरस हैशटैग भी इस्तेमाल किया है। इस हैशटैग के जरिए राहुल भाजपा को हाथरस मामले में योगी सरकार की किरकिरी को याद दिलाना चाहते हैं।
राहुल गांधी के ट्वीट से साफ है कि राहुल, होशियारपुर की घटना को हाथरस जैसा नहीं मानते हैं। गौरतलब है कि होशियारपुर में छह वर्षीय बच्ची के साथ रेप तो हुआ लेकिन राहुल गांधी अपने ट्वीट में दोनों राज्यों की सरकारों की तुलना करने लगते हैं।
बता दें कि पंजाब के होशियारपुर में छह वर्षीय बच्ची के साथ कथित तौर पर रेप किया गया, उसकी हत्या कर दी गई और फिर उसे जला दिया गया। उसका आधा जला हुआ शव बुधवार को टांडा के गांव में एक घर में मिला था। इस मामले को लेकर पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया था कि गुरप्रीत सिंह और उसके दादा सुरजीत सिंह को हत्या, रेप के आरोपों में भारतीय दंड संहिता की अन्य प्रासंगिक धाराओं और बाल यौन अपराध संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है।