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World Champion Malika Handa: पंजाब में घिरी कांग्रेस !, विश्व चैंपियन मलिका हांडा ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- पिछले 5 साल से बनाया उनका मजाक

World Champion Malika Handa: मलिका हांडा 7 बार की नेशनल डेफ चेस चैम्पियन रही हैं। मलिका ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में तमाम पदक अपने नाम किए हैं। विश्व मूक-बधिर शतरंज चैम्पियनशिप में गोल्ड और एशियाई शतरंज चैम्पियनशिप में भी मलिका रजत पदक जीत चुकी हैं।

नई दिल्ली। पंजाब में जल्द ही चुनाव होने हैं जिसके लिए हर पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रही है। इस चुनाव के लिए एक ओर से जहां आम आदमी पार्टी लगातार लुभावने वादे कर रही है। तो वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस राज्य में अपनी आंतरिक कलह को छुपाकर चुनाव में मजबूती का दिखावा कर रही है। चुनावी माहौल को लेकर जारी सियासी सरगर्मियों के बीच विश्व मूक-बधिर शतरंज चैंपियनशिप में देश का नाम रौशन करने वाली मलिका हांडा ने पंजाब सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। पंजाब सरकार के लगातार सौतेले व्यवहार से पीड़ित मलिका हांडा का कहना है कि वो काफी समय से सरकार से सरकारी नौकरी और ईनाम के लिए गुहार लगा रही हैं लेकिन अब तक सरकार ने उनके लिए कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं दिया है। मलिका ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की पंजाब सरकार ने पिछले 5 साल से उनका मजाक बनाया है।

malika handa

बता दें, शतरंज में 7 बार नेशनल चैम्पियनशिप रही मलिका ने कई इंटरनेशनल चैम्पियनशिप भी जीती हैं। देश का नाम गर्व से उंचा करने के बावजूद अब तक पंजाब सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद मिली है और न ही कोई सरकारी नौकरी का ऑफर। आलम ये है कि मलिका हांडा आज भी नौकरी के दर-दर भटकने को मजबूर हैं। ट्विटर पर एक बार फिर अपनी वीडियो पोस्ट करके पंजाब सरकार की पोल खोलते हुए चेस चैम्पियन मलिका ने अपने मेडल्स और ट्रॉफी को दिखाकर पंजाब सरकार से सवाल पूछा कि वो 31 दिसंबर 2021 को पंजाब के खेल मंत्री से मिली थीं। जिन्होंने उनको कहा कि वो उन्हें जॉब नहीं दे सकते क्योंकि उनके पास ऐसी कोई नीति ही नहीं हैं।


अपने इस वीडियो के साथ एक नोट में उन्होंने लिखा, “मुझे बहुत दुख हो रहा है। 31 दिसंबर को मैं पंजाब के खेल मंत्री से मिली थी। उन्होंने कहा कि वो मुझे जॉब और न ही कैश दे सकते हैं क्योंकि उनके पास डेफ (मूक-बधिर) स्पोर्ट्स के लिए ऐसी कोई नीति नहीं है। पूर्व खेल मंत्री ने भी मेरे लिए अवार्ड की घोषणा की थी जिसका आमंत्रण पत्र भी मुझ पर है, जिसमें मुझे बुलाया गया लेकिन बाद में वो कार्यक्रम कोविड के कारण रद्द हो गया।”


मलिका हांडा ने लिखा, “ये बात जब मैंने वर्तमान खेल मंत्री परगट सिंह को बताई तो उन्होंने साफ कहा कि ये पूर्व मंत्री ने कहा था। मैंने ये नहीं कहा। सरकार इसे नहीं कर सकती।” 7 साल से नौकरी के लिए दर-दर भटकने के बाद मलिका ने सवाल पूछते हुए कहा, “मैं बस पूछना चाहती हूँ कि आखिर ऐसी घोषणा की ही क्यों हुई थी। मेरा 5 साल का समय कॉन्ग्रेस पर बर्बाद हो गया। उन्होंने मुझे बेवकूफ बनाया। वह एक मूक-बधिर इंसान के खेल की परवाह नहीं करते। जिला कॉन्ग्रेस ने मुझे जिस समर्थन और वादे की बात कही थी वो 5 साल में भी पूरा नहीं हुआ। पंजाब सरकार मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही है।”

 

आपको बता दें, मलिका हांडा 7 बार की नेशनल डेफ चेस चैम्पियन रही हैं। मलिका ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में तमाम पदक अपने नाम किए हैं। विश्व मूक-बधिर शतरंज चैम्पियनशिप में गोल्ड और एशियाई शतरंज चैम्पियनशिप में भी मलिका रजत पदक जीत चुकी हैं लेकिन इतनी उपलब्धियों के बाद भी उन्हें दर्द का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब सरकार के दावों की पोल खोलते मलिका का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। लोगों उन्हें भावनात्मक रुप से सपोर्ट भी कर रहे हैं।