नई दिल्ली। आगामी राज्य विधानसभा चुनावों और अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने अपने नेतृत्व ढांचे में सुधार के लिए कदम उठाए हैं। पार्टी ने अपनी नई कार्यसमिति की घोषणा कर दी है, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कुल 39 सदस्य शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि नवगठित समिति में आनंद शर्मा और शशि थरूर जैसे जी-23 गुट के कई नेताओं को भी जगह दी गई है, जिन्होंने पार्टी के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया था। सीडब्ल्यूसी (केंद्रीय कार्य समिति) कही जाने वाली इस समिति की घोषणा का काफी समय से बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। इसे कांग्रेस पार्टी के भीतर सबसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाली संस्था माना जाता है।
हालाँकि पिछली समिति की तुलना में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन नई समिति की संरचना पिछले कई महीनों में व्यापक विचार-विमर्श और परामर्श को दर्शाती है। इस समिति के अनावरण के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कई बैठकें की हैं। सीडब्ल्यूसी में उल्लेखनीय हस्तियों में मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, ए.के. शामिल हैं। एंटनी, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, दिग्विजय सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, आनंद शर्मा और कुल 39 नेता हैं।
Congress president Mallikarjun Kharge constitutes the Congress Working Committee. pic.twitter.com/lsxTK8rcei
— ANI (@ANI) August 20, 2023
इसके अलावा, समिति में 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य, 9 विशेष आमंत्रित सदस्य और युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के प्रमुख शामिल हैं। कांग्रेस कार्य समिति का पुनर्गठन एक बड़ा कदम रहा है, जिसके पार्टी के भीतर और राजनीतिक विशेषज्ञों द्वारा बारीकी से देखा जा रहा है। इस कदम से राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर चुनावों के लिए पार्टी की रणनीतियों और निर्णयों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।