नई दिल्ली। देशभर में कोरोनावायरस की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है। देश के लगभग हर राज्य में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के तेज प्रसार की वजह से हालत ज्यादा बेकाबू हो गया है। ऐसे में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को कठोर कदम उठाना पड़ा है। सरकार की तरफ से इस फैसले के संकेत लंबे समय से दिए जा रहे थे। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले रोज रिकॉर्ड संख्या में दर्ज किए जा रहे हैं। देशभर में 5 महीने से कोरोना के गिरते ग्राफ में अचानक से तेजी आ गई है। ये आंकड़े लगातार लोगों को डरा रहे हैं। देशभर में एक बार फिर से लॉकडाउन जैसे हालात बनते जा रहे हैं।
ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है। बेकाबू कोरोना से राज्य में पनपे हालत को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेशभर के अधिकारियों के समीक्षा बैठक की और इसके बाद इस फैसले का ऐलान किया गया। इससे पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भी इस बात का संकेत दे दिया था कि अगर प्रदेश के लोगों ने कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन नहीं किया तो सरकार को मजबूरी में सख्त लॉकडाउन लगाने का आदेश देना पड़ेगा।
उद्धव ठाकरे ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि कोरोना की वजह से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के हालत पर काफी असर पड़ा है। कोरोना का प्रसार बेकाबू होता जा रहा है ऐसे में सरकार ने 28 मार्च रविवार से महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इस आदेश में राज्य के सभी शॉपिंग मॉल्स को रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है। महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के मामलों के बाद उद्धव ठाकरे ने सख्त लॉकडाउन लगाने के बजाए सख्ती से नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्देश जारी किया है। इसके साथ ही राज्य भर में कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करने और कराने का भी निर्देश जारी किया गया है। इसके साथ ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर हालात फिर भी नहीं सुधरे तो नियमों को और ज्यादा सख्त किया जाएगा।
इससे पहले अजीत पवार ने कहा था कि अगर कोरोना से बने हालत नहीं सुधरे तो सरकार को सख्त होना होगा। उन्होंने कहा था कि संक्रमण के मामलों पर 2 अप्रैल तक नजर रखी जाएगी और उसके बाद इसपर फैसला लिया जाएगा। लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे ने इसके बाद ही पूरी प्रदेश में नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र में कोरोना के रेकॉर्ड 35,952 नए मामले आए थे। जिसने महाराष्ट्र सरकार की चिंता ज्यादा बढ़ा दी है।