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अमृतसर में गुब्बारे पर लिखी मिली चिट्ठी, उर्दू में लिखी हुई थीं ये बातें, जांच में जुटी एजेंसियां

थाना प्रभारी रजविंदर कौर के मुताबिक इस चिट्ठी में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लिखा गया उनका कहना है कि इस चिट्ठी में उर्दू भाषा में जो लिखा हुआ था वो

अमृतसर। भारत में कोरोनावायरस महामारी अपना प्रकोप फैला रहा है। लगातार संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है लेकिन इस बीच भी कुछ ऐसे लोग मौजूद हैं जो अफवाहों को फैलाकर लॉकडाउन के बीच माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पंजाब के अमृतसर से सामने आया है जहां छेहरटा कस्बा क्षेत्र में में पड़ने वाली भल्ला कॉलोनी में आज सुबह करीब 5 बजे लाल, गुलाबी और हरे रंग के गुब्बारों के साथ उर्दू अथवा फारसी में लिखी एक चिट्ठी मिलने से वहां लोगों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।

घटना के बाद इसके बारे में तुरंत संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारियों को सूचित किया गया और उन्होंने मौके पर आकर गुब्बारे और चिट्ठी को अपने कब्जे में ले लिया।

खबरों के मुताबिक अमृतसर गुरदासपुर और फिरोजपुर  के आसपास के क्षेत्रों में खासकर के बॉर्डर पर स्थित गांव में इस तरह के गुब्बारे, झंडे और चिठियाँ आमतौर पर मिलती रहती है और यह सभी पाकिस्तान की तरफ से भेजी जाती है। ऐसे में इस चिट्ठी के मिलने के बाद भी लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं। इलाके में घटी ये घटना बड़ा चर्चा का विषय है।

Punjab Police

इस बारे में सबसे पहले जानकारी मास्टर जसवंत सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि जब उसने चिट्ठी को पढ़ना चाहा तो पाया कि चिट्ठी ना तो राष्ट्रीय भाषा में लिखी गई थी ना ही अंग्रेजी में और ना ही देश की किसी भाषा में लिखी गयी गई थी, उनके अनुसार ये चिठ्ठी या तो उर्दू या फारसी भाषा में लिखी गई थी। जिसकी वजह से उनको शक हुआ कि कहीं यह गुब्बारा पाकिस्तान से तो नहीं आया। इस बारे में जानकारी देते हुए मास्टर जसवंत ने बताया कि इस घटना से पहले ऐसा कुछ भी इस क्षेत्र में नही हुआ था। इसलिए उन्होंने तुरंत पहले तो अपने घर वालों को बताया और उसके बाद इस घटना की जानकारी संबंधित पुलिस थाने में दी और मौके पर थाना प्रभारी ने कुछ पुलिस कर्मियों को जांच के लिए भेजा।

वहीं इस मामले में थाना प्रभारी रजविंदर कौर के मुताबिक इस चिट्ठी में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लिखा गया उनका कहना है कि इस चिट्ठी में उर्दू भाषा में जो लिखा हुआ था वो कुछ इस तरह से है।

“अल्लाह ताला कोरोना वायरस महामारी से हर धर्म के मानव की रक्षा करें क्योंकि सब ईश्वर के बंदे है और अगर हमारी तरफ से कोई गलतियां हुई है तो हमे यह कुदरत माफ करें। गौरतलब है कि पाकिस्तान में भी महामारी कोरोनावायरस तेजी से अपने पैर पसार रही है। जिसको देखते हुए वहां तराबीह की अजान को लेकर भी सरकार ने सख्त गाइडलाइंस जारी की थीं