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Mann ki Baat: मन की बात में बोले PM मोदी-कोरोना के दूसरे तूफान ने देश को झकझोर दिया है

Mann ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से मुफ्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो आगे भी चलता रहेगा। मेरा राज्यों से भी आग्रह है कि वो भारत सरकार के इस मुफ्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोागें तक पहुंचाएं।

नई दिल्ली। देशभर में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया है। हर दिन कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,49,691 नए मामले सामने आए हैं। वहीं एक दिन में मरने वालों की संख्या 2,767 दर्ज की गई। वहीं कोरोना महासंकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बार फिर आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। बता दें कि पीएम मोदी के मन की बात का यह 76वां संस्करण है। इससे पहले पीएम मोदी ने अपने मन की बात 28 मार्च को की थी।

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-

डाॅक्टर और नर्स स्टाफ के साथ इस समय लैब टेक्नीशियन और एंबुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर भी भगवान की तरह ही काम कर रहे हैं। जब कोई एंबुलेंस किसी मरीज़ तक पहुंचती है तो उन्हें एंबुलेंस ड्राइवर देवदूत जैसा ही लगता है।

भारत सरकार की तरफ से मुफ्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो आगे भी चलता रहेगा। मेरा राज्यों से भी आग्रह है कि वो भारत सरकार के इस मुफ्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोागें तक पहुंचाएं।

कोरोना के इस संकट काल में वैक्सीन की अहमियत सभी को पता चल रही है, इसलिए मेरा आग्रह है कि वैक्सीन को लेकर किसी भी अफवाह में न आएं।

मैं आप सबसे आग्रह करता हूं, आपको अगर कोई भी जानकारी चाहिए हो, कोई और आशंका हो तो सही सोर्स से ही जानकारी लें। आपके जो फैमली डॉक्टर हो, आस-पास के डॉक्टर हों, आप उनसे फोन से संपर्क करके सलाह लीजिए।

इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं।

आज मैं आपसे मन की बात एक ऐसे समय कर रहा हूं जब कोरोना हम सभी के धैर्य हम सभी के दुख बर्दाश्त करने की सीमा की परीक्षा ले रहा है। बहुत से अपने हमें असमय छोड़कर चले गए।

कोरोना की पहली वेव का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के बाद देश हौसले और आत्मविश्वास से भरा हुआ था लेकिन इस तूफान (दूसरी वेव) ने देश को झकझोर दिया है।