गाजीपुर। माफिया अतीक अहमद के बाद अब यूपी के सबसे बड़े डॉन मुख्तार अंसारी का हिसाब होने वाला है। मामला गैंगस्टर एक्ट का है। गैंगस्टर एक्ट में फंसे डॉन मुख्तार अंसारी और उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी पर एमपी-एमएलए कोर्ट 15 अप्रैल को फैसला सुनाएगा। कोर्ट में शनिवार को इस मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें खत्म हो गईं। कोर्ट ने इसके बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। मुख्तार अंसारी और अफजाल पर ये मामला 14 साल पुराना है। 22 नवंबर 2007 को मोहम्मदाबाद थाने में वाराणसी और भांवरकोल मामले पर मुख्तार और अफजाल पर गैंगस्टर एक्ट का केस दर्ज किया गया था।
इस मामले में पिछले साल 23 सितंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी और उसके सांसद भाई अफजाल पर आरोप तय किए थे। इस मामले में अफजाल अंसारी को जमानत मिल गई थी। वहीं, कई और मामलों में फंसे मुख्तार को पंजाब से लाकर अब यूपी की बांदा जेल में रखा गया है। अभियोजन पक्ष ने शुक्रवार को गवाहियां पूरी करा दी थीं। इसके बाद अफजाल अंसारी पेश हुए थे। उनकी तरफ से वकीलों ने बहस की थी। ये बहस शनिवार को पूरी हो गई।
मुख्तार और अफजाल को कोर्ट इस मामले में सजा सुनाता है या बरी करता है, इसका पता तो 15 अप्रैल को ही चलेगा, लेकिन अभियोजन पक्ष का दावा है कि मुख्तार अंसारी और अफजाल के खिलाफ इस मामले में काफी पुख्ता सबूत हैं। मुख्तार अंसारी पर बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या और मऊ में दंगा कराने जैसे आरोप भी लग चुके हैं। वो तमाम बीजेपी विरोधी दलों की तरफ से चुनाव जीतकर यूपी में विधायक भी बनता रहा है। मुख्तार अंसारी की पूर्वांचल के इलाकों में तूती बोलती रही है।