नई दिल्ली। सरकारी बैंकों का पैसा डकारकर ब्रिटेन फरार होने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की हजारों करोड़ की संपत्तियां नीलाम कर मोदी सरकार ने नुकसान की भरपाई की है। ये जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अनुदानों की अनुपूरक मांग संबंधी चर्चा के दौरान लोकसभा में दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि सरकार ने विजय माल्या की संपत्तियां बेचकर 14131.6 करोड़ रुपए बैंकों को वापस किए हैं। वहीं, नीरव मोदी की 1052.58 करोड़ की संपत्ति बैंकों को दी गई है। नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी की 2565.90 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की गई है और मोदी सरकार इनकी नीलामी करने जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया कि नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड यानी एनएसईएल मामले में सरकार ने कार्रवाई कर 17.47 करोड़ की संपत्ति इसमें निवेश करने वालों को वापस की है। उन्होंने बताया कि ईडी ने कई मामलों में अब तक पीड़ितों और दावेदारों को 22280 करोड़ की संपत्तियां वापस की हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने धोखाधड़ी करने वाले किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा है। उन्होंने लोकसभा में एलान किया कि जो पैसा बैंकों को वापस मिलना है, उसे सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2015 का कालाधन संबंधी कानून लागू होने के बाद तमाम करदाता विदेशी संपत्ति का खुलासा करने के लिए खुद आगे आ रहे हैं। ऐसे करदाताओं की संख्या 2 लाख हो गई है।
पीएम का पद 2014 में संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग तेज करने का एलान किया था। उन्होंने साफ कहा था कि जिसने भी देश का खजाना लूटा है, उसे किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। मोदी ने इसके लिए सरकारी स्तर पर स्विटजरलैंड से समझौता भी किया। स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा रकम के बारे में भारत को जानकारी भी मिली। वहीं, बैंकों का पैसा डकारकर ब्रिटेन भागे विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कोशिश भी आने वाले दिनों में सफल होने की संभावना है। विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की ब्रिटेन में अदालतों ने हरी झंडी दे दी है। इन सभी भगोड़ों को देश लाने के बाद जेल भेजा जाएगा।