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Rajasthan: अशोक गहलोत के दो मंत्रियों पर दलित विरोधी होने का कांग्रेस के ही विधायक ने लगाया आरोप, सुनिए क्या कहा
बैरवा ने कहा कि सैकड़ों पद खाली पड़े हैं, लेकिन डॉक्टर ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं पद भरने के लिए कहता हूं, लेकिन चिकित्सा मंत्री ऐसा करते ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सीएम अशोक गहलोत से भी कम से कम 10 बार कहा होगा, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
अलवर। राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान तो चल ही रही है। अब वहां कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के बीच भी ठनती नजर आ रही है। कांग्रेस के विधायक बाबूलाल बैरवा ने दो मंत्रियों परसादी लाल मीणा और महेश जोशी पर दलित विरोधी होने का संगीन आरोप लगाया है। कठूमर में बैरवा ने साफ कहा कि चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा और जलदाय मंत्री महेश जोशी काम करने में जाति देखते हैं। दोनों मंत्री जाति देखकर काम करते हैं। इसी वजह से बैरवा के काम नहीं हो रहे हैं। बता दें कि परसादी लाल मीणा और महेश जोशी सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं।
#BreakingNow: राजस्थान की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर.. कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा का गहलोत के मंत्री पर बड़ा आरोप.. कहा- ‘जाति देखकर काम नहीं करते परसादी लाल मीणा’@jyotimishra999 #Rajasthan #Congress pic.twitter.com/E9MT9cf7Wg
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 29, 2023
बैरवा ने कहा कि मैं दलित विधायक हूं। इसी वजह से परसादी लाल मीणा और महेश जोशी मेरे इलाके में काम नहीं करते हैं। कठूमर में बैरवा ने ये बात सार्वजनिक तौर पर कही है। बैरवा ने ये आरोप भी लगाया कि परसादी लाल मीणा का विभाग उनके बेटे देखते हैं। उन्होंने कहा कि मीणा मुझसे नफरत करते हैं। उन्होंने कहा कि मीणा से मैं ज्यादा सीनियर हूं, लेकिन फिर भी वो काम नहीं करते और फटकार देते हैं। बैरवा ने कहा कि मीणा के पास उन्होंने एक लड़के को भेजा था, उसे भगा दिया गया।
बैरवा ने कहा कि सैकड़ों पद खाली पड़े हैं, लेकिन डॉक्टर ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं पद भरने के लिए कहता हूं, लेकिन चिकित्सा मंत्री ऐसा करते ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सीएम अशोक गहलोत से भी कम से कम 10 बार कहा होगा, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। कुल मिलाकर राजस्थान कांग्रेस में अंदरखाने जंग तेज है। इस साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में बैरवा जैसे तमाम विधायकों की नाराजगी गहलोत और कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकती है।