नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की बजह से त्राहिमाम मचा हुआ है। लगातार तीन दिनों से संक्रमितों के आंकड़े तीन लाख से ज्यादा आ रहे हैं। मौत के आंकड़े भी दिन-पर-दिन बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। ऐसे में केंद्र सरकार और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सक्रिय हो गए हैं। कोरोना से अधिक संक्रमित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी ने एक आपात बैठक भी की। प्रधानमंत्री इसके साथ ही ऑक्सीजन बनाने वाली कंपनी के लोगों के साथ समीक्षा भी कर रहे हैं। वहीं इस सब के बीच केंद्र सरकार की तरफ से एक और बड़ा फैसला लिया गया है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने इस सब के बीच जायडस कैडिला की एक दवा को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है।
कोरोना के इलाज के लिए जायडस कैडिला की दवा ‘विराफिन’ के आपात इस्तेमाल को DGCI की तरफ से मंजूरी दे दी गई हैय़। रिपोर्ट्स की मानें तो जायडस कैडिला ने इस दवा को लेकर द्वा किया है कि उसकी दवा विराफिन के इस्तेमाल के बाद सात दिन में 91.15 फीसदी कोरोना संक्रमितों का आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आ रहा है। यह एक एंटी वायरस दवा है जिसके इस्तेमाल से कोरोना मरीजों को राहत मिलती है और उनमें इसके संक्रमण से लड़ने की ताकत भी आती है।
Drugs Controller General of India (DGCI) approves emergency use for Zydus Cadila’s Pegylated Interferon alpha-2b, ‘Virafin’ for treating moderate #COVID19 infection in adults. pic.twitter.com/bXBvHZaIBp
— ANI (@ANI) April 23, 2021
कंपनी का कहना है कि अगर इस वायरस के संक्रमण के शुरुआत में ही संक्रमित व्यक्ति को यह दवा दे दी जाए तो मरीज को इससे उबरने में कम समय लगता है और वह जल्दी स्वस्थ भी हो रहे हैं। इसके साथ ही कंपनी यह भी दावा कर रही है कि इससे कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की तकलीफ भी कम होती है। यह वायरस के खिलाफ संक्रमितों के शरीर में जल्दी एंटी बॉडी बनाने में कारगर है। हालांकि इस दवा को अभी डॉक्टर की सलाह पर ही लेने की इजाजत दी गई है।मतलब यह दवा अभी दवा अस्पतालों में ही मिलेगी। कंपनी का दावा है कि इस दवा का ट्रायल 25 केंद्रों पर किया गया था, जिसके परिणाम बेहद सकारात्मक आए थे।
इससे पहले देशभर में फैले कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सरकार की तरफ से तीन कोरोना वैक्सीन को भी मंजूरी दी गई है। जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की बनाई कोविशील्ड, भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवॉक्सिन का इस्तेमाल हो रहा है। वहीं भारत सरकार ने रूस की वैक्सीन स्पुतनिक-वी को भी आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है। देश में 16 जनवरी 2021 से टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ था। जो अबतक रिकॉर्ड संख्या में जारी है और इस सब के बीच केंद्र सरकार ने 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए भी टीकाकरण कार्यक्रम को खोलने की घोषणा कर दी है।