नई दिल्ली। एक महीने से भी ज्यादा वक्त से भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। अब वो बृजभूषण शरण सिंह का कोर्ट में सामना करेंगे। आंदोलन कर रहे पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने ये बात कही है। तीनों पहलवानों ने सोशल मीडिया से भी कुछ दिन के लिए दूरी बनाने का एलान किया है। पहलवानों ने कहा है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। ऐसे में अब सड़क पर कोई आंदोलन नहीं किया जाएगा और कोर्ट में सामना करेंगे। पहलवानों ने कहा है कि भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव कराए जा रहे हैं और वो देखेंगे कि इस बारे में केंद्र सरकार अपना वादा पूरा करती है या नहीं।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 25, 2023
पहलवानों ने इससे पहले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और उनसे पहले गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी भी फिर ज्वॉइन कर ली थी। साथ ही सोनीपत के साई सेंटर में ट्रायल के लिए प्रैक्टिस भी शुरू कर दी थी। पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया का आरोप है कि बृजभूषण शरण सिंह ने सैकड़ों महिला पहलवानों का यौन शोषण किया। 7 पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को यौन शोषण के सबूत भी दिए हैं। हालांकि, बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली एक नाबालिग पहलवान अपनी बात से मुकर चुकी है। ऐसे में बृजभूषण पर लगा पॉक्सो केस हटाने की अर्जी कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने दी है।
इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह लगातार कहते रहे हैं कि उन्होंने किसी का यौन शोषण नहीं किया। महिला पहलवानों को अपनी बेटियां बताते हुए बृजभूषण ने कहा है कि अगर एक भी आरोप साबित हो गया, तो वो खुद फांसी लगा लेंगे। बृजभूषण शरण सिंह ने साथ ही अपना और पहलवानों का एक साथ नारको टेस्ट कराने की मांग भी की थी। इस पर आंदोलनकारी पहलवानों ने कहा था कि बृजभूषण के नारको टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट किया जाए।