नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से रूखसत होकर समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। वे चुनाव नहीं जीत पाए। चुनाव हारने के बाद उनका बड़ा बयान सामने आया है ।उन्होंने अपने बयान में कहा कि मैं अभी चुनाव ही हारा हूं, हिम्मत नहीं। बता दें कि भाजपा के मौजूदा विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के पुत्र सुरेंद्र कुमार कुशवाहा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को शिकस्त दी है। चुनाव हारने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि, समस्त विजयी प्रत्याशियों को बधाई, जनादेश का सम्मान करता हूं। चुनाव हारा हूं, हिम्मत नहीं। संघर्ष का अभियान जारी रहेगा।
समस्त विजयी प्रत्याशियों को बधाई।
जनादेश का सम्मान करता हूँ।
चुनाव हारा हूँ, हिम्मत नहीं।
संघर्ष का अभियान जारी रहेगा।— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) March 10, 2022
बता दें कि सपा का दामन थामने के बाद अखिलेश यादव ने स्वामी को कुशीनगर की फजिलनगर सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। सपा का दामन थामने के दौरान स्वामी अपनी जीत को लेकर बेहद आश्वस्त थे। उन्हें पूरा विश्वास था कि वे चुनावी मैदान में जीत दर्ज करने में कामयाब रहेंगे, लेकिन अफसोस बीजेपी के सुरेंद्र कुमार कुशवाहा ने उन्हें करारी शिकस्त देकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ध्यान रहे कि बीजेपी से रूखसत होने के बाद जब उन्होेंने सपा का दामन थामा था, तो उस वक्त उन्होंने खुद को इस तरह प्रस्तुति की थी कि उनके बिना बीजेपी शायद एक कदम नहीं चल सकती है। शायद यह उनका मिथक था, जो कि अब पूरी तरह से धराशायी हो चुका है।
स्वामी प्रसाद मौर्य का राजनीतिक सफर
ध्यान रहे कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने राजनीतिक सफर का आगाज लोकदल से की थी। लेकिन सियासी अखाड़े में कुछ दिनों के बाद उन्होंने दलबदलू के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर ली है, इसके लिए पीछे की मुख्य वजह यह रही कि वो अपने सियासी लाभ के लिए दल बदलने में तनिक भी गुरेज नहीं किया करते थे। यही वजह थी कि पहले उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है। बसपा ने उन्हें कांधों पर कई तरह की जिम्मेदारियां भी डाली है, बसपा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मंत्री पद तक की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है, लेकिन खुद को पार्टी द्वारा उपेक्षित किए जाने का आरोप लगाकर उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव से पूर्व सपा का दामन थाम लिया था। उधर, सपा ने उन पर विश्वास जताते हुए विधानसभा चुनाव में टिकट भी थमाया था, लेकिन अफसोस वे उस भरोसे पर खरे नहीं उतर पाए हैं, जिसे लेकर अब उन्होंने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वे महज चुनाव ही हारे हैं, हिम्मत नहीं है, मगर उनके उक्त ट्वीट पर लोगों ने उनकी जमकर क्लास लगा दी। आइए, आपको कुछ ऐसी ही लोगों की रोषपूर्ण प्रतिक्रियाओं से आपको रूबरू कराते हैं।
लोगों की रोषपूर्ण प्रतिक्रिया…!
स्वामी जी संघर्ष किस चीज का जारी रहेगा, फिर से कोई नई पार्टी बदलने का या फिर अपनी बेटी को बीजेपी से बाहर होने से बचाने का,
स्वामी जी आप संघर्ष करो
हम बीजेपी के साथ हैं pic.twitter.com/jE0VFNo5n4— Vinod Kumar Sharma (@Attraction786) March 10, 2022
भाजपा में रहते तो अच्छा रहता लेकिन तुम्हें समाजवादी पार्टी में जाने की और चाटने की जिद जो पकड़ रखी थी अच्छा हुआ भारतीय जनता पार्टी से ऐसे नककारों को भगा दिया गया या यह कहें कि मक कारों को भगा दिया गया और वह खुद भाग गए ठीक रहा।
हां नेवले
क्या हुआ
निगल गया @BJP4UP को ??
खा गया @RSSorg को ??
बस दिखा दिया असली……..!
बुरी बनी बहुत कितनी वोट आई ??
कतई माटी पिट गई यार
अब क्या करेगा बचे हुए जीवन मे ???
— नीरज कुमार आंतिल #IndiaFightsCorona (@NeerajkrAntil) March 10, 2022