नई दिल्ली। दिल्ली वक्फ से जुड़े इमामों ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सोमवार से धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने कहा है कि अगर रविवार तक दिल्ली वक्फ से जुड़े इमामों की बकाया तनख्वाह का मसला न सुलझा, तो सभी इमाम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। अरविंद केजरीवाल से मिलने में नाकाम रहने के बाद मौलाना साजिद रशीदी ने शनिवार को कहा कि उनको बकाया तनख्वाह के लिए इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 20 दिन पहले दिल्ली की सीएम आतिशी ने भरोसा दिया था कि तीन-चार दिन में दिल्ली वक्फ से जुड़े इमामों की 17 महीने की बकाया तनख्वाह दे दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुनिए मौलाना साजिद रशीदी ने क्या कहा।
#WATCH | Delhi: Waqf Imam Maulana Sajid Rashidi says “20 days ago, we met Delhi CM Atishi, she asked to wait 3-4 days, and she would release our salaries. We asked Gopal Mohan to arrange a meeting with Arvind Kejriwal because he may be able to do what Atishi cannot. But that also… https://t.co/mOFteARl7M pic.twitter.com/iKFshDVehw
— ANI (@ANI) December 28, 2024
दिल्ली वक्फ से करीब 250 इमाम जुड़े हैं। इनको हर महीने 18000 रुपए तनख्वाह दी जाती है। दिल्ली वक्फ से जुड़े इमामों का कहना है कि 17 महीने से उनको तनख्वाह नहीं मिली। उनका कहना है कि घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। बच्चों को पालने में दिक्कत हो रही है। आपने ऊपर मौलाना साजिद रशीद का बयान सुनकर समझ लिया होगा कि किस तरह बकाया तनख्वाह देने का वादा पूरा नहीं हो रहा है और अरविंद केजरीवाल के घर जाने पर भी इमाम उनसे नहीं मिल सके। इससे पहले मौलाना साजिद रशीदी के नेतृत्व में इमामों का दल 26 दिसंबर को अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर काफी देर मुलाकात का इंतजार करता रहा था। इधर-उधर दौड़ाए जाने और बकाया तनख्वाह का मसला हल न होने से ये सभी परेशान हैं।
दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिल्ली की कई विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम ही हार और जीत तय करते हैं। ऐसे में अगर इमामों की बकाया तनख्वाह का मसला न सुलझा, तो विधानसभा चुनाव में ये आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुद्दा भी बन सकता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान जनवरी के पहले हफ्ते में होने की संभावना है। ऐसे में इमाम कह रहे हैं कि उससे पहले बकाया तनख्वाह न मिली, तो मामला फंस जाएगा और फिर उनको और लंबा इंतजार करना होगा।