नई दिल्ली। विपक्ष के इंडिया गठबंधन में एक बार फिर मतभेद सामने आए हैं। संसद सत्र को लेकर कांग्रेस की बैठक से ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने किनारा कर लिया। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा इंडिया गठबंधन के सभी दलों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए मगर टीएमसी के नेता बैठक में नहीं पहुंचे। दरअसल संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर कांग्रेस, टीएमसी के बीच एकराय नहीं है। वहीं खबरें ऐसी भी हैं कि समाजवादी पार्टी और आप भी कांग्रेस से सहमत नहीं है।
कांग्रेस चाहती है कि सदन में अडाणी और ईवीएम का मुद्दा उठाया जाए। जबकि तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि ऐसे मुद्दों पर फोकस किया जाए जो जनता से सीधे तौर पर जुड़े हों। एबीपी न्यूज़ की खबर के मुताबिक सदन में संभल, मणिपुर और किसानों के मुद्दों को उठाया जाना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के इस रुख से सहमत नहीं है। इन पार्टियों के सांसद भी टीएमसी की राय से इत्तेफाक रखते हैं। ऐसा तीसरी बार हुआ है जब इंडिया गठबंधन की बैठक में टीएमसी का कोई भी सांसद नहीं पहुंचा हो।
वहीं, ईवीएम का विरोध करने के लिए भी कांग्रेस ने देशव्यापी अभियान शुरू करने का ऐलान किया है जिसमें भी इंडिया गठबंधन के दलों ने विशेष रुचि नहीं दिखाई है। उधर, शीतकालीन सत्र के पहले दिन से लेकर अभी तक संसद की कार्यवाही एक बार भी पूरे दिन नहीं चली है। इस मुद्दे पर आमराय बनाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस सर्वदलीय बैठक में तमाम विपक्षी दलों के साथ इस बात पर सहमति बनी है कि 3 दिसंबर से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी इस पर बेवजह बाधा नहीं डाली जाएगी।