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Madhya Pradesh: कांग्रेस में टिकट को लेकर कलह, कमलनाथ के आवास के बाहर कार्यकर्ताओं का हंगामा

Madhya Pradesh: कार्यकर्ता को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तब तक वो यहां से नहीं जाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिक कार्यकर्ताओं की क्या मांग है, तो आपको बता दें कि पार्टी कार्यकर्ता कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम बदलने की मांग कर रहे हैं।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विभिन्न राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। इन राज्यों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। सभी चुनावी सूबों को लेकर पार्टियां एक्शन मोड में आ चुकी हैं। सभी चुनावी सूबों के लिए पार्टियां प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है। राजस्थान के लिए जहां कांग्रेस की ओर से अब तक प्रत्याशियों की दो सूची जारी की जा चुकी है, तो वहीं बीते रविवार को बीजेपी ने तेलंगाना चुनाव के लिए भी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, जिसमें टी राजा और बंदी कुमार संजय को भी टिकट थमाया है, जिसके बाद से राजनीति गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। उधर, सभी पार्टियों की ओर से चुनावी सूबों में चुनाव प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है। सभी के अपने-अपने दावे और वादे हैं। किसी का कहना है कि अगर हम सत्ता में आने आते हैं, तो प्रदेश की तस्वीर बदल देंगे। खैर, अब आगामी दिनों में कौन अपने दावे और वादों पर खरा उतर पाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आपको बता दें कि चुनावी प्रदेश मध्य प्रदेश में कांग्रेस खेमे से भारी बवाल की खबर सामने आ रही है।

दरअसल, कांग्रेस नेता व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने भारी हंगामा किया है और यह हंगामा अभी-भी जारी है। मौक पर बड़ी संख्या में पुलिसबलों को बुला लिया गया है, लेकिन स्थिति की गंभीरता का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि पुलिसकर्मी भी किसी भी प्रकार से स्थिति कि गंभीरता पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। ऐसे में लोगों के जेहन में यही सवाल उठ रहा है कि आगामी दिनों में कांग्रेस पार्टी की स्थिति कैसी रहती है। उधऱ, पार्टी की ओर से किसी नेता का अभी तक कोई रिएक्शन सामने आ रहा है। आइए, अब आगे आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि आखिर इस बवाल के पीछे की वजह क्या है।

आपको बता दें कि मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, भारी संख्या में कार्यकर्ता कमलनाथ के आवास पहुंचे हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, कार्यकर्ता को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तब तक वो यहां से नहीं जाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिक कार्यकर्ताओं की क्या मांग है, तो आपको बता दें कि पार्टी कार्यकर्ता कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम बदलने की मांग कर रहे हैं। अब वो कौन सी सीटें हैं ? नर्मदापुरम, सिवनी मालवा और रामपुर, बाघेलान, शुजालपुर, सहित कई अन्य सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने की मांग कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता इन सीटों पर किसी और उम्मीदवार को टिकट देना चाहते हैं। कुल मिलाकर पार्टी में टिकट पर कलह की स्थिति पैदा हो गई। एक गुट किसी और तो दूसरा गुट किसी नेता को टिकट देने की मांग कर रहा है। ऐसे में पार्टी अब आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

वहीं, कमलनाथ कांग्रेस के प्रदेश अध्य़क्ष हैं, तो ऐसे में टिकट वितरण की जिम्मेदारी उन्हीं के कांधे पर आ जाती है, तो ऐसे में उनके जगह पर अब कार्यकर्ताओं का दबाव बढ़ चुका है। ऐसे में वो अब आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। उधऱ, मध्य प्रदेश से चुनाव के लिहाज से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, खबर है कि इस चुनाव के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे राजनीति में पदार्पण कर सकते हैं। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की फेहरिस्त में शुमार थे, लेकिन अब वो बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। आमतौर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा बीजेपी में उनकी हैसियत पर सवाल उठाया जाता है, लेकिन बीजेपी लगतार उनके दवाब में मोर्चा खोलकर स्पष्ट कर देती है कि सिंधिया की हैसियत बीजेपी में हमेशा से ही बड़ी रही है। वहीं, मध्य प्रदेश में आगामी 17 नंवबर को चुनाव होने हैं और नतीजों की घोषणा 3 दिसंबर को होगी। ऐसे में सूबे में किसकी सरकार बनने जा रही है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।