newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस में और फंस सकते हैं सोनिया और राहुल, छापे में ED को मिले फर्जी कंपनियों के सबूत, खड़गे भी घिरे

सोनिया और राहुल गांधी ने ईडी को पूछताछ में बताया था कि कोलकाता की डोटेक्स कंपनी से 1 करोड़ रुपए मिलने और उसमें से 50 लाख रुपए एसोसिएटेड जर्नल्स AJL को देकर सारे शेयर लेने के काम को पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष और अब दिवंगत मोतीलाल वोरा ने किया। हालांकि, इस बारे में दोनों ही कोई सबूत नहीं दे सके।

नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी बुरी तरह घिरते दिख रहे हैं। इस मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ED को तमाम और सबूत मिलने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में राहत न मिलने के बाद भी नेशनल हेराल्ड सौदे में शामिल गांधी परिवार की कंपनी यंग इंडियन लिमिटेड YIL को शेल कंपनियों से पैसा मिलता रहा। इसके सबूत हाथ लगने के बाद जांच एजेंसी एक बार फिर सोनिया और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए तलब कर सकती हैं। उनके अलावा वाईआईएल के सीईओ और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे को भी बुलाए जाने के आसार हैं।

National Herald Case

बता दें कि सोनिया और राहुल गांधी ने ईडी को पूछताछ में बताया था कि कोलकाता की डोटेक्स कंपनी से 1 करोड़ रुपए मिलने और उसमें से 50 लाख रुपए एसोसिएटेड जर्नल्स AJL को देकर सारे शेयर लेने के काम को पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष और अब दिवंगत मोतीलाल वोरा ने किया। हालांकि, इस बारे में दोनों ही कोई सबूत नहीं दे सके। ईडी के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के हेराल्ड हाउस में स्थित वाईआईएल के दफ्तर पर छापे से कई दस्तावेज मिले। इनसे पता चलता है कि कंपनी को 2018-19 तक फर्जी शेल कंपनियों से पैसा मिलता रहा।

mallikarjun kharge

इस मामले में अब मल्लिकार्जुन खड़गे के भी फंसने के आसार दिखने लगे हैं। गुरुवार को खड़गे से ईडी ने पूछताछ की थी। उनसे जांच एजेंसी ने जानना चाहा कि वाईआईएल के कर्मचारी ऑन रोल क्यों नहीं हैं। जबकि, इससे पहले खड़गे ने जांच एजेंसी से कहा था कि कंपनी के कामकाज की जानकारी कर्मचारी ही दे सकते हैं। जबकि, ईडी को छापे में पता चला कि वाईआईएल में शायद खड़गे के अलावा और कोई कर्मचारी हैं ही नहीं।