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Action: आज चुनावी रैलियों पर फैसला लेगा आयोग, सपा के कार्यक्रम मामले में की बड़ी कार्रवाई

लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। सपा में बीजेपी से गए नेताओं के शामिल होने के वक्त तमाम भीड़ इकट्ठा की गई थी। उस मामले में एफआईआर हुई है। साथ ही एक थाने के प्रभारी निरीक्षक पर भी चुनाव आयोग के निर्देश पर कार्रवाई की गई है।

नई दिल्ली/लखनऊ। चुनाव आयोग आज चुनावी रैलियों को कराने या न कराने के बारे में फैसला लेने वाला है। यूपी समेत 5 राज्यों के चुनाव कार्यक्रम का एलान करते हुए आयोग ने कोरोना की विकट स्थिति को देखते हुए रैलियों के अलावा रोड शो और नुक्कड़ सभाओं पर भी 15 जनवरी तक रोक लगा दी थी। कोरोना का संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि आयोग चुनावी रैलियों पर रोक को जारी रख सकता है। इस बीच, लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। सपा में बीजेपी से गए नेताओं के शामिल होने के वक्त तमाम भीड़ इकट्ठा की गई थी। उस मामले में एफआईआर हुई है। साथ ही एक थाने के प्रभारी निरीक्षक पर भी चुनाव आयोग के निर्देश पर कार्रवाई की गई है।

सपा के कार्यक्रम के संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक प्रकाश की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही के कारण गौतमपल्ली थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट को तुरंत निलंबित कर दिया है। इसके अलावा एसीपी अखिलेश सिंह और लखनऊ मध्य विधानसभा के रिटर्निंग अफसर गोविंद मौर्य से स्पष्टीकरण मांगा गया है। गौतमपल्ली थाने में पूरे मामले की एफआईआर दर्ज कराई गई है। जिला प्रशासन का कहना है कि कार्यक्रम का वीडियो देखा जा रहा है और इसमें चिन्हित किए जाने वालों को गिरफ्तार कर महामारी एक्ट, धारा 144 के उल्लंघन और रैलियों पर रोक के चुनाव आयोग के निर्देश के खिलाफ जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

Swami Prasad

बता दें कि कल यानी शुक्रवार को बीजेपी छोड़कर गए मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और अन्य विधायकों ने सपा की सदस्यता ली थी। सपा ने इसे वर्चुअल मीटिंग बताया था, लेकिन मौके पर कम से कम 3000 लोगों की भीड़ इकट्ठा कर ली थी। इसका वीडियो न्यूज चैनलों पर चलने के बाद चुनाव आयोग ने हरकत में आते हुए कार्यक्रम कराने वालों और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिला प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की है।