रायपुर। महादेव बेटिंग एप मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल फंस गए हैं। ईडी ने इस मामले में दाखिल चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम लिया है। ईडी ने महादेव बेटिंग एप मामले में 5 आरोपियों पर चार्जशीट दाखिल की है। इनमें शुभम सोनी, रोहित गुलाटी, भीम सिंह, असीम दास और अमित कुमार अग्रवाल हैं। ईडी ने चार्जशीट में बताया है कि उसने जिस आरोपी असीम दास को गिरफ्तार किया है, वो महादेव बेटिंग एप के मालिकों के लिए भारत में कूरियर का काम करता था। उसके ठिकानों से ईडी ने 5 करोड़ से ज्यादा की रकम हासिल की थी। चार्जशीट में कहा गया है कि असीम ने ईडी को बताया कि ये पैसा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेश बघेल के लिए भेजे गए थे।
ईडी ने पहले भी दावा किया था कि असीम दास ने पूछताछ में बताया है कि महादेव बेटिंग एप के मालिकों ने भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपए दिए हैं। भूपेश बघेल ने इन आरोपों को राजनीतिक द्वेष के कारण लगाया गया बताया है। इससे पहले खबर आई थी कि यूएई से महादेव बेटिंग एप चलाने वाला सौरभ चंद्राकर दुबई में नजरबंद किया गया है। उससे पहले सौरभ चंद्राकर के साथी और महादेव बेटिंग एप के को फाउंडर रवि उप्पल को भी यूएई में गिरफ्तार किए जाने की खबर थी। बताया जा रहा है कि रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर को जल्दी ही यूएई से प्रत्यर्पण कराकर भारत लाया जाएगा। दोनों पर यहां लोगों को बेवकूफ बनाकर 5000 करोड़ रुपए हासिल करने और अवैध सट्टा खिलाने का आरोप है।
महादेव बेटिंग एप मामले में असीम दास की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ईडी ने की थी। इससे चुनाव के दौरान बीजेपी ने भूपेश बघेल को घेर लिया था। भूपेश बघेल और कांग्रेस के तमाम नेता दलीलें देते रहे थे, लेकिन महादेव बेटिंग एप का मुद्दा इतना गरमाया कि जिस छत्तीसगढ़ में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने की सबको उम्मीद थी, वहां बीजेपी ने उसे सत्ता से हटाने में कामयाबी हासिल कर ली थी। अब ईडी की चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम आने से लोकसभा चुनाव के दौरान भी महादेव बेटिंग एप का मसला गरमाए रहने के आसार दिख रहे हैं।