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Owaisi Slams Congress: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने बाबरी मस्जिद का मुद्दा उठाकर कांग्रेस को घेरा, बजरंग दल वाले भी ‘हाथ’ पर भड़के

दरअसल, कांग्रेस ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया था। इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने लिखा है कि सत्ता में आने पर वो इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के साथ ही बजरंग दल पर भी बैन लगाएगी। इसी पर बजरंग दल के साथ ओवैसी ने भी सवाल खड़े किए हैं।

हैदराबाद/बेंगलुरु। कर्नाटक चुनाव में अब बाबरी मस्जिद की भी एंट्री हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के सांसद और प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बाबरी मस्जिद का हवाला देकर कांग्रेस को घेरा है। कांग्रेस की तरफ से कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए घोषणापत्र जारी होने के बाद ओवैसी ने हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि इसी कांग्रेस ने कहा था कि वो बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाएंगे। उन्होंने मुसलमानों से पूछा कि क्या कांग्रेस के नेताओं ने तुम्हें नहीं बोला था? ओवैसी ने आगे कहा कि अब बोलेंगे ये लोग कि ये कर्नाटक चुनाव में बाबरी मस्जिद क्यों ला रहा है ओवैसी, लेकिन तुम बताओ कि बोले थे या नहीं कि बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाएंगे? सुनिए ओवैसी का बयान।

इस बीच, कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे पर संगठन के कार्यकर्ता रोष में हैं। तमाम जगह बजरंग दल से जुड़े लोगों ने अपने घरों पर पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टरों में कहा गया है कि कांग्रेस के लोग हमारे यहां वोट मांगने न आएं। अगर वे आए, तो उनपर कुत्ता छोड़ दिया जाएगा। ऐसे में कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में पूरी तरह हिंदू बनाम मुस्लिम का मुद्दा छाने लगा है। देखिए ऐसे ही एक बजरंग दल के कार्यकर्ता के घर लगा पोस्टर।

दरअसल, कांग्रेस ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया था। इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने लिखा है कि सत्ता में आने पर वो इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के साथ ही बजरंग दल पर भी बैन लगाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के नेताओं ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। मोदी ने अपनी जनसभा में कल कहा था कि पहले श्रीराम के बाद अब कांग्रेस का इरादा बजरंगबली को भी ताले में रखने का है। वहीं, कांग्रेस कह रही है कि बजरंगबली से नहीं, उसका इरादा कट्टरपंथ फैला रहे बजरंग दल पर बैन लगाने का है और बीजेपी इसे जबरन सियासी मुद्दा बना रही है।