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Karnataka Assembly Election: कर्नाटक में चुनाव से पहले ही कांग्रेस के सिद्धारामैया को सीएम पद की लालसा, शिवकुमार से बढ़ सकती है तनातनी

कांग्रेस ने सिद्धारामैया को इस बार यतींद्र की जगह वरुणा सीट से प्रत्याशी बनाया है। सिद्धारामैया एक और सीट से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं। दरअसल, सिद्धारामैया की नजर कोलार सीट पर है। वो यहां से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, ताकि हारने की संभावना कम रहे। देखना बाकी है कि कांग्रेस उन्हें ये मौका देती है या नहीं।

मालावल्ली (कर्नाटक)। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोटिंग होगी। इससे पहले ही कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम सिद्धारामैया की सीएम बनने की चाहत सामने आ गई है। सिद्धारामैया ने खुद तो ये चाहत नहीं प्रकट की, लेकिन उनके बेटे और वरुणा सीट से विधायक यतींद्र ने ये बात कही है। यतींद्र ने मालावल्ली में कहा कि उनके पिता ने कहा है कि वो दोबारा कर्नाटक का सीएम बनना चाहते हैं। सिद्धारामैया के बेटे ने कहा कि वो भी पिता को दोबारा सीएम देखना चाहते हैं। यतींद्र ने कहा कि मेरे पिता कर्नाटक को विकास की राह पर ले जाएंगे।

Siddaramaiah

कांग्रेस ने सिद्धारामैया को इस बार यतींद्र की जगह वरुणा सीट से प्रत्याशी बनाया है। सिद्धारामैया एक और सीट से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं। दरअसल, सिद्धारामैया की नजर कोलार सीट पर है। वो यहां से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, ताकि हारने की संभावना कम रहे। कांग्रेस अभी 100 और सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान करने वाली है। माना जा रहा है कि पार्टी सिद्धारामैया की मांग मानते हुए एक और सीट से उनको कर्नाटक विधानसभा का चुनाव लड़वा सकती है।

dk shivkumar

अब यतींद्र की तरफ से अपने पिता की सीएम बनने की ख्वाहिश उजागर करने के बाद कर्नाटक कांग्रेस में खींचतान देखने को मिल सकती है। दरअसल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी कांग्रेस के जीतने पर सीएम बनना चाहते हैं। इस मामले में उनकी काफी समय से सिद्धारामैया के साथ तनातनी भी चलने की खबरें आती रही हैं। सिद्धारामैया और शिवकुमार के बीच सीएम पद की खींचतान पर कर्नाटक बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कतील ने कहा है कि सिद्धारामैया और शिवकुमार के कारण कांग्रेस में भ्रम की स्थिति है और कई लोगों की नींद उड़ गई है। कतील ने आगे कहा कि कर्नाटक के लोग जानते हैं कि कांग्रेस का आलाकमान कमजोर है और वो इस अंदरूनी जंग को खत्म नहीं कर सकता। अगर सत्ता मिली, तो आपसी जंग तय है।