नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों को वोटिंग हो चुकी है अब ऐसे में मतों की गणना 10 नवंबर को होना है। लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर अनुमान लगाना शुरू कर चुके हैं। पिछले चुनावों और उसके सर्वे पोल्स को लेकर सबसे सटीक अनुमान बताने वाले इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया के एग्जिट पोल का इंतजार सबको है। ऐसे में अब ये इंतजार पूरा हो चुका है। बता दें कि इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया ने अपने पोल को सबके सामने ला दिया है। आपको बता दें कि एग्जिट पोल असली नतीजे नहीं होते लेकिन इन पोल से अनुमान लगाया जा सकता है कि आखिर जनता का मूड कैसा रहा इस चुनाव में।
प्रभावी मुद्दे
वहीं बिहार चुनाव में कौन से मुद्दे ज्यादा प्रभावी रहे, उसको लेकर एग्जिट पोल का अनुमान है कि बिहार में 42 फीसदी लोगों ने विकास के मुद्दे पर वोट किया। वहीं, 30 फीसदी बेरोजगारी और 11 फीसदी लोगों ने महंगाई के मुद्दे पर वोट डाला।
सीएम के लिए पसंद
एग्जिट पोल में 44 फीसदी लोगों ने तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री माना है। वहीं, 35 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को, 3 फीसदी ने सुशील कुमार मोदी को अगला सीएम माना है। 7 फीसदी लोगों ने एलजेपी के प्रमुख चिराग पासवान को अगला मुख्यमंत्री माना है।
तेजस्वी यादव सबसे लोकप्रिय
एग्जिट पोल में महिला वोटर्स के बीच तेजस्वी यादव सबसे लोकप्रिय हैं। तेजस्वी यादव को 43 फीसदी वोट मिले, नीतीश कुमार को 42 फीसदी और चिराग पासवान को 7 फीसदी वोट मिले हैं।
Axis My India के एग्जिट पोल में महागठबंधन को बहुमत
सीटों की बात करें तो इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में महागठबंधन को 139 से 161 तक सीटें मिल सकती हैं। जबकि एनडीए 100 से भी कम सीटों पर सिमट सकता है।
कैसी थी पिछले विधानसभा की तस्वीर
वहीं 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (जिसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस साझा मंच पर थे) ने 178 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया था। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 58 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। महागठबंधन की ओर से नीतीश कुमार सीएम बने। हालांकि, 2017 में वो महागठबंधन से अलग हो गए और NDA में शामिल हुए। लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका कब्जा कायम रह। वो 15 साल से बिहार के सीएम है।