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Fraud : सेना में अग्निवीर बनाने का झांसा देकर ठगी करने वाला फर्जी सूबेदार हुआ गिरफ्तार, ऐसे करता था फ्रॉड

Fraud : उसके ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स भी लिए थे। लेकिन जब भर्ती नहीं हो सके तो उसने दोनों से रुपए और प्रमाणपत्र को वापस दिए जाने की डिमांड की, लेकिन ऐसा करने पर उसके साथ मारपीट करवाई गई और तमंचा दिखाकर धमकी भी दी गई। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को तमंचे और 43 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को कार्रवाई के बाद जेल भेजा गया है।

रुद्रपुर। भारतीय सेना में अग्निवीर योजना के जरिए भर्ती के करवाने के नाम पर झांसा देने वाले एक गिरोह के मास्टरमाइंड सूबेदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये सूबेदार सेना में भर्ती होने का ख्वाब देख रहे युवाओं के साथ ठगी करता था। खुद को सेना का सूबेदार बताने के साथ ही वो युवाओं से लाखों रुपए की रकम वसूल करता था। इसके साथ ही वो अपनी बात से मुकर ना जाएं इसके लिए वो उनके शैक्षणिक दस्तावेज भी जमा करवा लिया करता था। जब इसके ऊपर कार्रवाई हुई तो इसके पास से भारतीय सेना का फर्जी आईडी कार्ड, पांच युवकों के शैक्षिक अभिलेख के साथ और भी अन्य सामान बरामद किया गया है। इससे पहले पुलिस की कार्रवाई में इसी मामले में 2 लोगों को पहले जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया था। एसएसपी ने मुख्य आरोपी की सूचना देने वाले को ढाई हजार रुपए देने की घोषणा की है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम पर शनिवार को एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि तीन नवंबर 2022 को नानकमत्ता निवासी तपस मंडल ने दिनेशपुर थाने में विक्की मंडल निवासी वार्ड नंबर एक देवनगर शक्तिफार्म और पंकज सिंह बडेला निवासी मछियाड़ थाना रीठा साहिब चंपावत के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। उनका आरोप था कि दोनों व्यक्तियों ने उससे और उसके दोस्तों से भारतीय सेना में अग्निवीर योजना के जरिए भर्ती करवाने के लिए 50-50 हजार रुपए लिए थे।

इसके साथ ही उसके ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स भी लिए थे। लेकिन जब भर्ती नहीं हो सके तो उसने दोनों से रुपए और प्रमाणपत्र को वापस दिए जाने की डिमांड की, लेकिन ऐसा करने पर उसके साथ मारपीट करवाई गई और तमंचा दिखाकर धमकी भी दी गई। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को तमंचे और 43 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को कार्रवाई के बाद जेल भेजा गया है।