नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Farmers Law 2020) के खिलाफ दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest) जारी है। गुरुवार को प्रदर्शन का आठवां दिन है। किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं। आज दोपहर 12 बजे विज्ञान भवन में किसान और सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक होगी। जिसमें 32 किसान संगठन और तीन संयुक्त मोर्चा के किसान नेता शामिल होंगे। सभी किसान संगठन तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं सरकार बीच का रास्त निकालने की कोशिश कर रही है। किसानों से चल रही वार्ता के बीच पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे। जहां किसान आंदोलन को लेकर आधे घंटे से ज्यादा उनकी बैठक हुई। जिसके बाद सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रदर्शन का इकॉनोमी-राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है।
अपड़ेट
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेताओं ने अपना पक्ष रखा और सरकार ने अपना पक्ष रखा। तोमर ने कहा कि किसानों से अब सिर्फ 2-3 मुद्दों पर बात होनी है। किसानों में मंडी को लेकर चिंता है। सरकार ने भरोसा दिया है कि मंडियो को और मजबूत करेंगे। सिविल कोर्ट जाने की किसानों की मांग पर विचार किया जाएगा। फसल खरीदने वाले व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन होगा। तोमर ने कहा कि सरकार नए कृषि कानून में कुछ बदलाव करने को तैयार है।
आज किसान यूनियन के साथ भारत सरकार के चौथे चरण की चर्चा पूरी हुई। किसान यूनियन ने अपना पक्ष रखा और सरकार ने अपना पक्ष रखा : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, किसान यूनियन से मुलाकात के बाद
आज किसान यूनियन के साथ भारत सरकार के चौथे चरण की चर्चा पूरी हुई। किसान यूनियन ने अपना पक्ष रखा और सरकार ने अपना पक्ष रखा : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, किसान यूनियन से मुलाकात के बाद #FarmersProtest pic.twitter.com/dEdRtFG0Tw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
विज्ञान भवन में बैठक के दौरान किसान नेताओं के सवालों के जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमएसपी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। इसे किसी भी रूप में छूने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि अन्नदाताओं के हित के खिलाफ फैसला नहीं लिया जा सकता है और ना ही लिया जाएगा।
MSP (Minimum Support Price) will not be touched, no changes will be made to it: Agriculture Minister Narendra Singh Tomar replies to farmer leaders during their meeting at Vigyan Bhavan in Delhi
(File photo) pic.twitter.com/LDW0v6ya59
— ANI (@ANI) December 3, 2020
किसान संगठनों के नेताओं का कहना है कि बेहतर यही होगा कि इस विषय पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए और नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए।
#UPDATE Farmer leaders’ meeting with the central government at Vigyan Bhavan in Delhi: The farmer leaders suggest the government that a special session of the Parliament be called and the new farm laws be abolished.
— ANI (@ANI) December 3, 2020
गाजीपुर बॉर्डर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा) पर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। इतना ही नहीं प्रदर्शनाकरियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की भी कोशिश की।
#WATCH | Agitating farmers assembled at Ghazipur border (UP-Delhi border) try to break police barricades. pic.twitter.com/IOsqdJtQsG
— ANI UP (@ANINewsUP) December 3, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ विज्ञान भवन में बैठक के लिए गए किसान ब्रेक के दौरान, सरकार द्वारा किए गए खाने के प्रबंध की जगह अपने लाए हुए खाने को बांटकर खाते हुए।
#WATCH | Delhi: Farmer leaders have food during the lunch break at Vigyan Bhawan where the talk with the government is underway. A farmer leader says, “We are not accepting food or tea offered by the government. We have brought our own food”. pic.twitter.com/wYEibNwDlX
— ANI (@ANI) December 3, 2020
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद अब किसानों के समर्थन में अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी पद्मभूषण सम्मान वापस कर दिया है।
कृषि कानून के विरोध में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटा दिया है। 2015 में उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया था।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटाया। #FarmersProtest pic.twitter.com/RbdIwmJKUQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम लोग किसानों के साथ हैं और अगर सरकार इनके साथ तानाशाही करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे। मैं चाहता हूं कि किसानों की मांग पर अमल हो। सरकार का असली उद्देश्य किसानों की जमीन छीनना और पूंजीपतियों को देना है।
हम लोग किसानों के साथ हैं और अगर सरकार इनके साथ तानाशाही करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे। मैं चाहता हूं कि किसानों की मांग पर अमल हो। सरकार का असली उद्देश्य किसानों की जमीन छीनना और पूंजीपतियों को देना है: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद #FarmersProtest https://t.co/GVA5nNvrEU pic.twitter.com/tbaxPGzNST
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कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पहुंचे।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद। #FarmersProtest pic.twitter.com/ycPYeSKijk
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महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए एक प्रस्ताव पास किया।
महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए एक प्रस्ताव पास किया। #FarmersProtest
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CPI कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे। अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज होगा।”
राजस्थान, जयपुर: CPI कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे। अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज़ होगा।” pic.twitter.com/04yK5zTpKv
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वहीं, किसान प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। जिसमें किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले दोनों किसानों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
Punjab CM Captain Amarinder Singh has announced financial assistance of Rs 5 lakh each to the families of the two farmers, hailing from districts Mansa and Moga respectively, who died during ongoing Farm law protests: Chief Minister’s Office, Punjab
— ANI (@ANI) December 3, 2020
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनका आवास पर पहुंचे थे। किसान आंदोलन को लेकर दोनों के बीच बैठक हुई थी। लगभग आधा घंटा ये बैठक हुई। जिसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि जल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम जल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है।
Discussion is going on between farmers & Centre, there’s nothing for me to resolve. I reiterated my opposition in my meeting with Home Minister & requested him to resolve the issue as it affects the economy of my state & security of the nation: Punjab CM Captain Amarinder Singh https://t.co/OPfQWdyPCL pic.twitter.com/6T4gxMuydo
— ANI (@ANI) December 3, 2020
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कृषि कानूनों पर किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई।
दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कृषि कानूनों पर किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई। #FarmLaws pic.twitter.com/Ow0TWHvTvg
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कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे।
दिल्ली: कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे। #FarmersProtest pic.twitter.com/tTPmucBWY7
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विभिन्न किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच गए हैं। आज किसान कानूनों को लेकर किसान प्रतिनिधिमंडल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बैठक होगी।
दिल्ली: विभिन्न किसान नेता विज्ञान भवन पहुंचे।
आज किसान कानूनों को लेकर किसान प्रतिनिधिमंडल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बैठक होगी। pic.twitter.com/zRM9aSmA7s
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गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार लगातार किसानों के साथ मुद्दों पर चर्चा कर रही है। आज वार्ता का चौथा दौर है और मैं सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर रहा हूं।
Govt is constantly discussing issues with farmers. Today is the fourth round of talks & I’m hoping for a positive outcome: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar after meeting Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/zzOWyq3D0N
— ANI (@ANI) December 3, 2020
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं।
#WATCH | दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे। pic.twitter.com/r64ScGdDqR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
किसानों से सरकार की बैठक से पहले राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस नहीं लिया गया तो ये किसानों के साथ धोखा होगा।
काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2020
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आज होने वाली बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी। सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा। अभी चलकर सरकार से बात करेंगे।
हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी। सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा। अभी चलकर सरकार से बात करेंगे: “आप कानून रद्द करवाना चाहते हैं या उनमें संशोधन” सवाल पूछे जाने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/Y9v1RvobLw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अपने आवास से रवाना हुए। नरेंद्र सिंह तोमर आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अपने आवास से रवाना हुए। नरेंद्र सिंह तोमर आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे। #FarmersProtest pic.twitter.com/36xf3dOKBP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। #FarmersProtest pic.twitter.com/qoNiIzH9nf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने किसान आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रया दी है। उन्होंने कहा कि एक-एक बिन्दु पर चर्चा होगी। हम बात करने के लिए हमेशा तैयार हैं, चर्चा करने के बाद ही कोई नतीजा निकलेगा। हम खुले मन से बात करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर सरकार बहुत स्पष्ट है, MSP था, है और रहेगा। इसमें किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए। सरकार प्रतिबद्ध है, लिखकर देने के लिए तैयार है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) को लेकर सरकार बहुत स्पष्ट है, MSP था, है और रहेगा। इसमें किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए। सरकार प्रतिबद्ध है, लिखकर देने के लिए तैयार है: सोम प्रकाश, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री #FarmLaws https://t.co/1XLpL0Ace9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
केंद्र सरकार के साथ आज कृषि कानूनों पर होने वाली बैठक के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर से निकल चुके हैं। इस बारे में एक किसान नेता कहते हैं, “35 नेता सरकार से मिलने जा रहे हैं। हम शिक्षित किसान हैं, हम जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है। हम चाहते हैं कि इन कानूनों को वापस लिया जाए।”
Delhi: Farmers’ leaders depart from Singhu border for their meeting the government on farm laws
A farmer leader says, “35 leaders are going to meet the government. We are educated farmers, we know what is good for us. We want these laws to be withdrawn.” pic.twitter.com/pmw2NgZGdj
— ANI (@ANI) December 3, 2020
गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर पर किसानों का एक समूह हवन करते नजर आया है। आज किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ होने वाली है।
#WATCH | गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर (दिल्ली-यूपी सीमा) पर किसानों का एक समूह हवन करते हुए।
आज किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ होने वाली है। pic.twitter.com/b3SronsCnl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में जाएगा। इतनी संख्या में किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी से यहां पहुंच रहे हैं।”
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में जाएगा। इतनी संख्या में किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी से यहां पहुंच रहे हैं।” pic.twitter.com/iIQd8R3Sgy
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किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के संयुक्त सचिव सुखविंदर सिंह का कहना है कि पूरे देश के 507 संगठन हैं, मोदी जी सबको क्यों नहीं बुलाते? केंद्र सरकार पूरे देश के संगठनों को बांट रही है उनमें फूट डालने की कोशिश कर रही है। ये लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। हम बैठक में नहीं जाएंगे।
पूरे देश के 507 संगठन हैं, मोदी जी सबको क्यों नहीं बुलाते? केंद्र सरकार पूरे देश के संगठनों को बांट रही है उनमें फूट डालने की कोशिश कर रही है। ये लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। हम बैठक में नहीं जाएंगे: सुखविंदर सिंह, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के संयुक्त सचिव pic.twitter.com/su9469tjfL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
सिंधु बॉर्डर पर पंजाब-हरियाणा के किसानों को अपना समर्थन देने के लिए राजस्थान के किसान भी पहुंचे हैं।
A group of farmers from Rajasthan join the protest at Singhu (Delhi-Haryana) border against Centre’s farm laws
A farmer says,”Around 500 farmers from Rajasthan are reaching here soon. PM said many times that MSP will be protected. So,what’s the problem in putting it in writing?” pic.twitter.com/SVVCmHQH1f
— ANI (@ANI) December 3, 2020
गुजरात से आया किसानों का एक समूह कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम टीवी पर देख रहे थे कि ये आंदोलन हरियाणा और पंजाब का है, लेकिन ये आंदोलन पूरे हिन्दुस्तान के किसानों के लिए चल रहा है। हम इस आंदोलन का समर्थन करने आए हैं।”
गुजरात से आया किसानों का एक समूह कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम टीवी पर देख रहे थे कि ये आंदोलन हरियाणा और पंजाब का है, लेकिन ये आंदोलन पूरे हिन्दुस्तान के किसानों के लिए चल रहा है। हम इस आंदोलन का समर्थन करने आए हैं।” pic.twitter.com/emiOmNfcKz
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कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।#FarmersProtest pic.twitter.com/9kK182D694
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब तक प्रधानमंत्री जी समस्या का निदान नहीं करेंगे, तब तक किसान दिल्ली छोड़कर नहीं जाएंगे।”
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब तक प्रधानमंत्री जी समस्या का निदान नहीं करेंगे, तब तक किसान दिल्ली छोड़कर नहीं जाएंगे।” #FarmersProtest pic.twitter.com/6kSLUEqjfG
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