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RRB NTPC PROTEST: जानिए कौन हैं खान सर, जिनपर लग रहा है प्रदर्शन भड़काने का आरोप

RRB NTPC PROTEST: हिरासत में लिए गए छात्रों का कहना है कि, उन्हें सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो देखने के बाद हिंसा करने की शह मिली थी। वीडियो में खान सर को कथित तौर पर आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए उकसाते हुए देखा गया था। जिसके बाद खान सर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले पर सफाई देते नजर आए।

नई दिल्ली। आरआरबी एनटीपीसी (RRB NTPC) के परिणामों को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार तेज हो रहा है। बिहार में पिछले तीन दिनों से ट्रेनों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव की खबरें सामने आ रही हैं। कई जगहों पर पुलिस और छात्रों के बीच पथराव के भी मामले सामने आए हैं। इस बची दो हजार से ज्यादा लोगों पर FIR की जा चुकी है। इसमें बिहार के चर्चित खान सर समेत कई संस्थानों के मालिकों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। राजधानी पटना स्थित पत्रकार नगर थाने में सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा के बाद हिरासत में लिए गए छात्रों के बयान के आधार पर खान सर समेत कई लोगों पर केस दर्ज किया गया है।


पटना वाले खान सर FIR

हिरासत में लिए गए छात्रों का कहना है कि, उन्हें सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो देखने के बाद हिंसा करने की शह मिली थी। वीडियो में खान सर को कथित तौर पर आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए उकसाते हुए देखा गया था। जिसके बाद खान सर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले पर सफाई देते नजर आए। उन्होंने कहा,“आरआरबी ने जो भी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को लिया होता, तो प्रदर्शन की नौबत नहीं आती। लेकिन अब बोर्ड ने एक अच्छा कदम उठाया है कि छात्रों से 16 फरवरी तक सुझाव मांगा है।”


जानिए कौन हैं खान सर?

खान सर बिहार की राजधानी पटना में Khan GS Research Centre के संस्थापक हैं। इसके अलावा वो कई डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी कोचिंग देते हैं। उनके यू ट्यूब चैनल पर 92 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। खान सर अपनी अनूठी शिक्षण शैली के लिए देशभर में जाने जाते हैं।


परीक्षा में धांधली पर फूटा छात्रों का गुस्सा

अब आप ये भी जान लीजिए की छात्रों में इतना गुस्सा क्यों है? दरअसल रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 जिसका परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे। इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। ये विरोध बिहार और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, कई घण्टे तक रेलों को बाधित किया। हालांकि इस बीच रेल मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी पाने से जीवन भर के लिए बैन करने की चेतावनी भी दी।


रेलवे ने परीक्षा पर लगाई रोक

रेल मंत्रालय ने रेलवे की दोनों परीक्षा (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों और रेलवे भर्ती बोर्ड की लेवल-1 ) पर फिलहाल रोक लगा दी है। रेल मंत्रालय ने एक कमेटी गठित की है जो परीक्षा में पास हुए स्टूडेंट और फेल किए गए स्टूडेंट की बातों को सुनेंगे। कमेटी इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेंगी। उसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा। छात्रों के विरोध के मद्देनजर फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। रेलवे प्रवक्ता ने बुधवार को जानकारी दी कि रेलवे ने एक समिति का गठन किया गया है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी और दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएं सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी। इस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 3 सप्ताह का समय दिया है। जांच के बाद कमेटी 4 मार्च तक अपनी सिफारिश प्रस्तुत करेगी।