नई दिल्ली। पूर्व IAS अधिकारी प्रदीप शर्मा मुश्किलों में घिर गए हैं। वे 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। भुज सीआईडी क्राइम ब्रांच ने आज प्रदीप शर्मा को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया। प्रदीप शर्मा पर गांधीधाम के चुड़वा गांव की जमीन सस्ते में बेचने का आरोप है। प्रदीप शर्मा जब कच्छ के कलेक्टर थे, तब उन्होंने सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का काम किया था। इस समय गांधीधाम के मामलतदार ने उसके खिलाफ शिकायत की। अधिकारी ने सत्ता का दुरुपयोग कर घोटाला किया था। जानकारी यह भी सामने आई है कि उस पर महंगी जमीन सस्ते में देने का आरोप लगाया गया है।
आपको बता दें कि साल 2016 में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अहमदाबाद में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष शिकायत दर्ज की। मामले के अनुसार, शर्मा ने कथित तौर पर 2004 में जब वह कच्छ कलेक्टर थे, तब भेदभावपूर्ण दर पर गैर-कृषि (एनए) भूमि की अनुमति देकर वेलस्पन समूह को भूमि का एक भाग आवंटित करने का आरोप लगा था।
गौरतलब है कि वेलस्पन ने कथित तौर पर शर्मा की पत्नी, श्यामल शर्मा, वैल्यू पैकेजिंग में भागीदार बनाकर एहसान वापस किया, जिसके पास वेलस्पन को पैकेजिंग सामग्री की आपूर्ति के दीर्घकालिक अनुबंध हैं। पूर्व आईएएस अधिकारी ने कथित तौर पर हवाला नेटवर्क का उपयोग करके विभिन्न देशों में खातों में धन स्थानांतरित किया, जिसमें उनकी पत्नी और बच्चों के नाम पर खाते शामिल थे, और अचल संपत्तियों में पैसे को इन्वेस्ट किया था।