जयपुर। बीते दिनों केरल के कम्युनिस्टों ने भगवान राम पर 5 दिन की चर्चा अपनी पार्टी में कराई थी। अब कांग्रेस भी राम-राम का जाप करने लगी है। जबकि, इसी कांग्रेस ने केंद्र में यूपीए सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट में भगवान राम और रामसेतु को काल्पनिक बताया था। मामला राजस्थान का है। बीजेपी तो राम का नाम हमेशा लेती है, लेकिन अब बीजेपी को काउंटर करने के लिए कांग्रेस भी राम का नाम लेने लगी है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार वैसे भी अंतरकलह से जूझ रही है। विधानसभा की दो सीटों के उप चुनाव भी हैं। ऐसे में शायद उसे राम का नाम लेकर अपनी नैया पार लगने की उम्मीद है। खैर, हुआ यूं कि राजस्थान बीजेपी के दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया ने भगवान राम पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की वजह से ही राम का सम्मान है।
कटारिया का यह बयान आते ही गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी राम-राम जपने लगे। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के दिन खाचरियावास ने अपने घर पर भव्य आरती भी कराई थी। खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी राम के नाम पर गंदी राजनीति करती है। उन्होंने अपने घर हुई आरती का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी के मुकाबले हम बड़े रामभक्त हैं।
खाचरियावास और कटारिया के बीच भगवान राम को लेकर चली बयानबाजी से कांग्रेस को कितना फायदा होता है, यह उपचुनाव के नतीजे साबित कर ही देंगे, लेकिन जब से राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है, तभी से कांग्रेस और विपक्षी दलों को राम प्यारे लगने लगे हैं। कांग्रेस के केंद्रीय नेता भी भव्य राम मंदिर की बात कहते हैं। ये अलग बात है कि राम का नाम जपने के बावजूद तमाम चुनावों में कांग्रेस की दुर्गति ही हुई है।