नई दिल्ली। काफी अर्से बाद चुनावी समर में पूर्व पीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह भी उतरे हैं। उन्होंने पंजाब में 20 फरवरी को होने जा रहे मतदान से पहले आज एक वीडियो जारी कर कांग्रेस के लिए वोट मांगे। अपने वीडियो संदेश में मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोपों की बौछार कर दी। मनमोहन सिंह ने कहा कि वो चुप रहते थे, लेकिन काम करते थे। कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि चीन आकर देश की सरहद पर जम गया है, लेकिन मोदी सरकार इस तरफ से आंखें बंद किए बैठी है। खास बात ये है कि मनमोहन सिंह जब यूपीए सरकार चला रहे थे, तो उनके ही रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी ने लोकसभा में बाकायदा ये बयान दिया था कि सरकार एलएसी के आसपास इसलिए विकास नहीं कराती, क्योंकि विकास कराने का मतलब ही चीन से पंगा लेना हो जाएगा।
एंटनी का ये बयान बाकायदा यूट्यूब पर है और कई बार बीजेपी अपने सोशल मीडिया हैंडल से इस वीडियो को जारी भी कर चुकी है, लेकिन या तो मनमोहन सिंह को अपने रक्षा मंत्री की संसद में कही बात या नहीं, या उस बयान को शायद मनमोहन सिंह भूल गए। मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर ये आरोप भी लगाया है कि वो गलती करती है और सुधार नाम की चीज नहीं दिखती। यहां भी मनमोहन सिंह शायद ये भूल गए कि जब निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री बनाया गया था, तो वो अर्थनीति पर सलाह लेने मनमोहन सिंह के पास भी गई थीं।
Former PM & Punjab’s much-loved leader Dr. Manmohan Singh’s message to the Punjabis, highlighting the failures of BJP govt at center in taking care of India & Indians in the last 7 years – A pleasure to listen to his words of wisdom. pic.twitter.com/G3477lQ44q
— Punjab Congress (@INCPunjab) February 17, 2022
मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर आगे निशाना साधते हुए कहा कि बिरयानी खाने जो गए थे, उन्हें अब अफसोस हो रहा है। जबकि, मनमोहन का ये बयान भी इस मायने में गलत है कि मोदी अगर नवाज शरीफ से मिलने चले गए थे, तो पाकिस्तान पर एक बार सर्जिकल स्ट्राइक और एक बार एयर स्ट्राइक कराकर उसे आतंकवाद पर कड़ा संदेश भी दे चुके हैं। मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि देश हमारे यानी कांग्रेस के अच्छे कामों को भी याद कर रहा है। यहां भी पूर्व पीएम ने गलतबयानी कर दी, क्योंकि पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र और झारखंड में बाहर से समर्थन देकर वो सरकार चला रही है। बाकी देश में कहीं भी जनता ने सरकार बनाने का मौका कांग्रेस को नहीं दिया है।