
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ‘अटल विचार मंच’ के नाम से अब अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे हैं। झारखंड में इसी साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव में यशवंत अपनी पार्टी से उम्मीदवारों को भी उतारेंगे। हजारीबाग में समर्थकों के साथ बैठक के बाद इस बाबत फैसला लिया गया। यशवंत खुद हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं। कभी बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे यशवंत सिन्हा राजनीति में आने से पहले आईएएस अफसर रह चुके हैं।
86 वर्षीय यशवंत सिन्हा बनाएंगे नई राजनीतिक पार्टी, झारखंड विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी
· पूर्व केंद्रीय मंत्री 86 वर्षीय यशवंत सिन्हा एक और राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने हजारीबाग में अपने समर्थकों के साथ बैठक में नई राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला किया… pic.twitter.com/Wh62vibnAr
— IANS Hindi (@IANSKhabar) August 26, 2024
1984 में आईएएस से इस्तीफा देने के बाद जनता पार्टी के सदस्य के तौर पर यशवंत सक्रिय राजनीति में शामिल हुए थे। 1988 में उनको पहली बार राज्यसभा सदस्य चुना गया था। केंद्र में चंद्रशेखर सरकार में नवंबर 1990 से जून 1991 तक उन्होंने वित्त मंत्री का पद भी संभाला। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मार्च1998 से जुलाई 2002 तक वो वित्त मंत्री रहे। इसके बाद जुलाई 2002 से मई 2004 तक यशवंत को विदेश मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। वर्ष 2022 में यशवंत सिन्हा को विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद का संयुक्त उम्मीदवार भी बनाया गया था।
बीजेपी ने 2014 में हजारीबाग लोकसभा सीट से यशवंत सिन्हा की जगह उनके पुत्र जयंत सिन्हा को टिकट दिया था जिसके बाद वो चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद यशवंत सिन्हा ने अप्रैल, 2018 को बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। यशवंत सिन्हा वर्ष 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन पार्टी में वो सक्रिय नहीं रहे। 2024 के लोकसभा चुनाव में हजारीबाग सीट पर बीजेपी ने जयंत सिन्हा का टिकट काट दिया था। इसके बाद यशवंत ने बीजेपी के प्रत्याशी मनीष जायसवाल का खुलकर विरोध करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश पटेल को समर्थन दिया था हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी की हार हो गई थी। वैसे यशवंत सिन्हा ने इससे पहले भी भारतयी सब लोग पार्टी के नाम से एक राजनीतिक दल का गठन किया था मगर वो दल अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाया।