नई दिल्ली। पिछली बार की तरह इस बार भी कोरोना संकट के चलते गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) धूमधाम से नहीं मनाई जा सकेगी। भप्पा के भक्तों को इस बार भी गाइडलाइंस के साथ चतुर्थी मनानी होगी। कोरोना एक बार फिर से सिर उठा रहा है ऐसे में इसके प्रसार को बढ़ने से रोकने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है। राजधानी दिल्ली के साथ ही मुंबई दोनों ही जगहों पर इसे लेकर गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई है। राजधानी में जहां इस बार सार्वजनिक जगहों पर गणेश चतुर्थी का आयोजन नहीं हो सकते तो वहीं मुंबई में भी BMC ने इसे लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं।
दिल्ली में गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi guidelines 2021 delhi) को लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने आदेश जारी किए हैं। DDMA द्वारा जारी आदेश में लोगों को घरों में ही गणपति जी की पूजा का करने की सलाह दी गई है। साथ ही जारी आदेश में ये भी कहा गया कि टेंट और पंडाल और सार्वजनिक जगहों पर कहीं भी गणेश जी की प्रतिमा स्थापित नहीं की जा सकेगी।
मुंबई में ये है गाइडलाइंस
BMC की जारी की गई गाइडलाइन (ganesh chaturthi mumbai guidelines) की माने तो इस साल मंडलों से सोशल मीडिया और ब्रॉडकास्ट चैनल के जरिए भक्तों को दर्शन कराए जाएंगे। गणेश मूर्ति लाने के दौरान 10 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं होंगे। मूर्ति की लंबाई चार फीट से ज्यादा नहीं होगी साथ ही जो लोग गणेश मूर्ति लेने जाएंगे, उनको कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए। इसके साथ ही इन लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक करीब 15 दिन पहले लगी होनी चाहिए।
इसके अलावा गणेश चतुर्थी के दौरान जुलूस निकालने पर रोक रहेगी। जो लोग घर के लिए गणेश जी लाने जा रहे हैं वो सिर्फ पांच होने चाहिए। इन 5 लोगों को भी कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए। इनके साथ ही घर पर लाई जाने वाली मूर्ति की ऊंचाई केवल दो फीट ही होनी चाहिए। गणेश विसर्जन दो तरह से किया जाएगा। पहला या तो इसे घर में करें या राज्य सरकार द्वारा बनाए गए आर्टिफिशियल तालाब में।
किसी कंटेनमेंट जोन में सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाया जाता है तो वहां मंडलों को मंडप में ही मूर्ति विसर्जित करनी होगी। वहीं अगर किसी सील्ड बिल्डिंग में गणेश उत्सव मनाया जाता है तो वहां भी लोगों को घर पर ही मूर्ति विसर्जित करनी होगी। बूढ़े या फिर बच्चे इस साल विसर्जन का हिस्सा नहीं बन पाएंगे, उन्हें घर ही रहना होगा।