newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

नवजोत सिंह सिद्धू पर भड़के गोरखपुर सांसद रवि किशन, बोले-“अगर इमरान खान बड़े भाई हैं तो कह दीजिये पहले….”

रवि किशन ने आगे कहा कि- ‘हमें पाकिस्तान और आपके बड़े भाई इमरान खान द्वारा जो आंतरिक चोटे पहुंचाई जा रही है उसे बंद कर दें तो मैं मान जाऊंगा कि आपके बड़े भाई आपकी सुनते हैं। आप उनसे ड्रग्स और आतंकवादियों की खेप बंद करवाए।

नई दिल्ली। नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर चर्चाओं में हैं! चर्चाओं में इसलिए है क्योंकि उनका पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर जग गया है। इधर सिद्धू पाकिस्तान की तारीफ कर आये तो कांग्रेस उनके बचाव में उतर आई… सिद्धू ने इमरान खान को अपना बड़ा भाई बता दिए तो बीजेपी ने पूरी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और जमकर हमला बोला। प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पूरी कांग्रेस को घेरा तो गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने सिद्धू के आगे बड़ी मांग रख दी।

“इमरान खान यदि उनके बड़े भाई है तो…”

दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई बताये जाने से बीजेपी कांग्रेस को घेरने में लगी है। इसी मुद्दे पर जब रिपब्लिक भारत ने गोरखपुर से सांसद रवि किशन से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि इमरान खान यदि उनके बड़े भाई है तो वो पाकिस्तान की तरफ हो रही ड्रग्स की सप्लाई को उनसे रोकने के लिए कहें। इतना ही नहीं रवि किशन ने आगे कहा कि मैं नवजोत सिंह सिद्धू आपसे एक निवदेन करना चाहता हूं, कृपया अपने बड़े भाई को आप तुरंत बोले कि वो भारत में ड्रग्स भेजना बंद करें। अपने बड़े भाई से आप बोलिए कि वो भारत में आंतकवादी भेजना बंद करें।

“…तो मान जाऊँगा कि बड़े भाई आपकी सुनते हैं”

रवि किशन ने आगे कहा कि- ‘हमें पाकिस्तान और आपके बड़े भाई इमरान खान द्वारा जो आंतरिक चोटे पहुंचाई जा रही है उसे बंद कर दें तो मैं मान जाऊंगा कि आपके बड़े भाई आपकी सुनते हैं। आप उनसे ड्रग्स और आतंकवादियों की खेप बंद करवाए। एक बड़े भाई से छोटे भाई को इस काम को रोकने के लिए जरूर बोलना चाहिए।’

आपको बता दें कि करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने गए सिद्धू ने कहा कि इमरान खान उनके बड़े भाई हैं और उन्हें इमरान से बड़ा प्यार मिला है। मेरा निवेदन है कि यदि आप पंजाब की जिंदगी बदलना चाहते हैं तो हमें सीमाएं खोल देनी चाहिए (सीमापार व्यापार के लिए)। हमें मुंद्रा बंदरगाह से क्यों जाना चाहिए, कुल 2100 किलोमीटर? यहां से क्यों नहीं, जहा यह केवल 21 किलोमीटर (पाकिस्तान के लिए) है।