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निजामुद्दीन मरकज से निकलकर मौलाना साद की ससुराल सहारनपुर ‘मोहल्ला मुफ्ती’ तक पहुंचा कोरोना, लोग छुपाते रहे पूरी बात

कोरोना के कहर बीच ये लोग सरकारी आदेश के विरुद्ध धार्मिक जलसों में शामिल होते रहे थे और धार्मिक मुलाकातें जारी रखी थीं।

नई दिल्ली। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन मरकज में हुई तबलीगी जमात की सभा ने पूरे हिंदुस्तान को खतरे में डाल दिया है। मगर इसके बावजूद भी वहां से अलग-अलग जगहों पर देशभर में फैल चुके जमाती समाज के दुश्मन बनकर छिपे बैठे हैं। ये लोग धर्म की आड़ में कई लोगों की जान के दुश्मन बन रहे हैं। मगर फिर भी कुछ लोगों की अक्ल पर तो मानो ताले पड़े हैं जो सबकुछ देखते, जानते हुए भी इन्हें अपने घर में पनाह दे रहे हैं। कई जमातियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद एक और डराने वाला बड़ा मामला सामने आया है।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद के रिश्तेदार कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। ये दोनों मौलाना साद के बेहद करीबी बताए जाते हैं। दोनों लॉकडाउन से ठीक पहले विदेश से होकर आये थे और इसके बाद से ही निजामुद्दीन इलाके में मौजूद थे। पुलिस की जांच में इन लोगों ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में कुछ नहीं बताया था। सारी जानकारी पुलिस को तब मिली जब इनकी सीडीआर के आधार पर जांच की गई। सीडीआर जांच के बाद इन दोनों की सारी पोल खुल गई।

 

पुलिस की जांच से बचकर धर्म गुरुओं से जारी थी मुलाकातें

इससे पहले ये लोग सरकारी आदेश के विरुद्ध धार्मिक जलसों में शामिल होते रहे थे और धार्मिक गुरुओं के साथ-साथ मार्च के अंत तक लगातार समाज के लोगों से भी इन लोगों ने बड़े स्तर पर मुलाकातें जारी रखी थीं। दरअसल मौलाना साद की ससुराल सहारनपुर के मंडी कोतवाली के क्षेत्र दीनानाथ स्थित मौजूद मोहल्ला मुफ़्ती में है।

इन दोनों लोगों के पॉजिटिव आने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने हालात को देखते हुए पूरे इलाके को एहतियातन सील कर दिया है। और वहां रहने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। गौरतलब है कि तबलीगी जमात के दो दल हैं। एक मौलाना साद का दल तो दूसरा मौलाना जुबैर का दल है। इन दोनों के सम्बंध मौलाना जुबैर के दल से बताए जा रहे हैं।

मौलाना साद से क्या है इनका रिश्ता ?

मौलाना साद के ससुर मौलाना सलमान हैं और मौलाना सलमान के समधी हैं मदरसा मजाहिर उलूम के नाजिम मौलाना शाहिद। इन्हीं मौलाना शाहिद के दोनों भाई मौलाना साजिद और मौलाना राशिद कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। इन दोनों का सम्बंध मौलाना जुबैर के दल से है।

Maulana Saad

कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान में हुए थे शामिल

इलाके में डर का कारण ये भी है कि इनमें से एक तो सहारनपुर में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहा था। अब इसके ही पॉजिटिव आने के बाद तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर अपने जागरूकता अभियान के दौरान इसने कितने और लोगों को संक्रमित किया होगा।

मौलाना के रिश्तेदारों की मंशा पर उठे सवाल 

अब इसको लेकर मौलाना साद के इन करीबी रिश्तेदारों की मंशा पर सवाल उठना लाजिमी है। आखिर क्यों विदेश से लौटने की बात पुलिस जांच में इन लोगों ने छिपाई जबकि ये जागरूकता अभियानों में हिस्सा भी लेते रहे। ऐसे में क्या इनके दिमाग में इतनी सी समझदारी नहीं रही होगी कि पुलिस जांच में सहयोग किया जाए। ये आखिरी तक पुलिस से जानकारी छिपाते रहे और अब इनकी वजह से एक बड़ा इलाका कोरोना संकट की चपेट में आ सकता है।

इस मामले पर सख्ती से निपट रहे सहारनपुर जिला प्रशासन ने इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही दोनों को फतेहपुर के अस्पताल में भर्ती कराया है जबकि पुलिस ने पूरे मोहल्ले को सील करते हुए यहां के आठ लोगों को भी क्वारंटीन किया है। ये पूरा मामला मौलाना साद के नाम के साथ जुड़ा हुआ है। इसलिए प्रशासन बेहद सख्ती दिखा रहा है।