newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Kanchenjunga Express Accident: कंचनजंगा एक्सप्रेस में आपका कोई रिश्तेदार सफर कर रहा था तो ये रहे उनके बारे में जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर

Kanchenjunga Express Accident: सुबह 9 बजे के आसपास न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास रांगापानी में मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के कई वैगन और कोच हवा में उछल गए और एक-दूसरे पर गिर पड़े।

कोलकाता। रेलवे ने कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे के बाद यात्रियों के परिजनों को जानकारी देने के वास्ते हेल्पलाइन शुरू की है। कोलकाता के सियालदह में यात्रियों के परिजन 033-23508794 और 033-23833326 नंबरों पर जानकारी ले सकते हैं। इनके अलावा एलएमजी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। ये 03674263958, 03674263831, 03674263120, 03674263126, 03674263858 हैं।

उत्तर-सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के डीआरएम के हवाले से जानकारी मिली है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस 13174 अगरतला से कोलकाता जा रही थी। तभी सुबह 9 बजे के आसपास न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास रांगापानी में मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के कई वैगन और कोच हवा में उछल गए और एक-दूसरे पर गिर पड़े। सुबह यात्री उठे ही थे कि इस भीषण हादसे के कारण चीखपुकार मच गई। बताया जा रहा है कि ट्रेनों में टक्कर इतनी भीषण थी कि दूर-दूर तक आवाज सुनाई दी। मौके पर स्थानीय लोग भी पहुंच गए थे। इसके बाद जिला प्रशासन, रेलवे और मेडिकल टीम ने पहुंचकर बचाव का काम शुरू किया। खबर लिखे जाने तक गैस कटर से कोच काटकर उनमें फंसे यात्रियों को निकालने का काम जारी था। रेलवे की तरफ से कंचनजंगा हादसे की उच्चस्तरीय जांच भी कराई जाएगी। इससे पता चलेगा कि आखिर मालगाड़ी और यात्री ट्रेन में टक्कर की वजह क्या थी। कंचनजंगा और मालगाड़ी की टक्कर के बाद क्या हालात हैं, इसका नजारा आप नीचे दिए पोस्ट की तस्वीरों और वीडियो में देख सकते हैं।

बता दें कि पिछले साल भी बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। तब कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन कोलकाता के शालीमार स्टेशन से चेन्नई जा रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस ने ओडिशा के बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर किसी कारणवश पटरी बदल ली थी और लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी को टक्कर मारी थी। उसी वक्त एक दूसरी ट्रेन भी उलटी तरफ से आ गई थी और उसके पीछे के कुछ कोच हादसे का शिकार बने थे। इस भीषण रेल हादसे में 300 के करीब लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।