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Bangladeshis & Rohingyas: यूपी ATS का खुलासा, ऐसे बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को लाया जाता है भारत, फिर कराते हैं काम

Bangladeshis & Rohingyas: यूपी में जितने भी स्लाटर हाउस हैं उनमें बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल के मजदूरों की डिमांड बड़ी है। इसी को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को इन राज्य के मजदूरों की जगह पर सीमा पार कराकर प्रदेश लाया जाता है।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में जहां एक तरफ विधानसभा चुनाव में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं का मुद्दा छाया हुआ है। इस चुनाव में इस बात का जिक्र किया जा रहा है कि कैसे इनको बॉर्डर पार कराकर सत्तारूढ़ दल के लोग इन्हें यहां का चुनाव प्रमाणपत्र दिलाते थे। लेकिन ऐसा नहीं है कि इनको केवल पश्चिम बंगाल में ही शरण दी जाती थी। ऐसे लोगों को भारत के अन्य कई और कोने में बसाया जा रहा है। बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को लेकर यूपी एटीएस ने भी खुलासा किया है। यूपी एटीएस की मानें तो बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को पहले सीमा पार कराकर भारत की सीमा में दाखिला कराया जाता है और फिर अलीगढ़, उन्नाव, मथुरा में इन्हें बसाया जाता है। जहां इन्हें स्लाटर हाऊस में काम दिया जाता है और इसके बदले इनसे रकम की भी वसूल की जाती है।

UP ATS

बता दें कि यूपी में जितने भी स्लाटर हाउस हैं उनमें बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल के मजदूरों की डिमांड बड़ी है। इसी को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को इन राज्य के मजदूरों की जगह पर सीमा पार कराकर प्रदेश लाया जाता है। ऐसे में यूपी एटीएस ने मानव तस्करी करनेवाले गिरोह का खुलासा किया है। यूपी एटीएस की मानें तो भारत में यह गिरोह सक्रिय है और अवैध रूप से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या को देश में इनके द्वारा लाया जाता है। इन बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को स्लाटर हाउस में काम दिलाया जाता है और काम के बदले में इनसे रकम वसूली होती है।

up police

इसी गिरोह के लोग यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े हैं जिनमें मो. फारुख, मखदूम नगर कमेला रोड, कोल थाना कोतवाली नगर अलीगढ़ उत्तर प्रदेश के साथ मो. शाहिद, कासिम नगर सदर कोतवाली उन्नाव को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों म्यांमार के निवासी हैं। यूपी एटीएस की मानें तो मो. शाहिद ही रोहिंग्याओं को अवैध रूप से भारत की सीमा में दाखिल कराते थे। इसके बाद यूएनएचसीआर में पंजीकरण कराने के बाद इन्हें अलीगढ़, उन्नाव, मथुरा भेजा जाता है। वहीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इनका यूआईडी, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि भी बनवा दिया जाता है।

up police

यूपी एटीएस की मानें तो देश भर में 1500 से ज्यादा बांग्लादेशी अवैध प्रवास कर रहे हैं और इनके पास सभी दस्तावेज मसलन आधार कार्ड, पासपोर्ट और पैन कार्ड उपलब्ध हैं। जिसे फर्जी तरीके से बनवाया गया है। वहीं यूपी एटीएस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि यही लोग कई तरह की देशविरोध गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं। आपको बता दें कि सरकार की तरफ से एनआरसी लागू करने की बात से ऐसे लोगों के मन में ज्यादा बेचैनी थी।