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TRIPURA: महाराष्ट्र में चल रहे बवाल के बीच गृह मंत्रालय ने किया साफ़, त्रिपुरा के किसी मस्जिद में नहीं हुई है तोड़फोड़

गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये गये बयान में कहा गया है कि- “ऐसी खबरें आई हैं जो प्रसारित हो रही हैं कि त्रिपुरा में गोमती जिले के काकराबन इलाके में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है और तोड़फोड़ की गई है। ये खबरें फर्जी हैं और पूरी तरह से तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।

नई दिल्ली त्रिपुरा में मस्जिद में आगजनी और तोड़फोड़ को लेकर देश के कई हिस्सों में बवाल हो रहा है महाराष्ट्र में लगातार दूसरे दिन भी हिंसा हुई हालांकि त्रिपुरा पुलिस की तरफ से बयान जारी करते हुए पहले ही कहा गया था कि त्रिपुरा में किसी तरह की कहीं भी, कोई भी मस्जिद ना तो तोड़ी गई है और ना ही किसी मस्जिद में आग लगाई गई है इसके बावजूद में महाराष्ट्र बंद का एलान हुआ और बवाल हुआ

महाराष्ट्र में चल रही हिंसा के बीच गृह मंत्रालय ने त्रिपुरा को लेकर फैलाए जा रहे अफवाह पर सफाई दी है गृह मंत्रालय (MHA) ने शनिवार को एक बयान जारी किया और स्पष्ट किया कि त्रिपुरा में धार्मिक स्थल में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है।दरअसल महाराष्ट्र में हिंसा का सहारा लेने वाले प्रदर्शनकारी अपने प्रदर्शन के पीछे त्रिपुरा हिंसा को कारण बता रहे हैं।

गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये गये बयान में कहा गया है कि- “ऐसी खबरें आई हैं जो प्रसारित हो रही हैं कि त्रिपुरा में गोमती जिले के काकराबन इलाके में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है और तोड़फोड़ की गई है। ये खबरें फर्जी हैं और पूरी तरह से तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। काकराबन के दरगाबाजार इलाके में मस्जिद को नुकसान नहीं हुआ है और गोमती जिले में त्रिपुरा पुलिस शांति बनाए रखने के लिए काम कर रही है। “हाल के दिनों में त्रिपुरा में किसी भी मस्जिद के ढांचे के क्षतिग्रस्त होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। जैसा कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया गया है, इन घटनाओं में किसी व्यक्ति के साधारण या गंभीर चोट या बलात्कार या मौत की कोई रिपोर्ट नहीं है।

गृह मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी कि वे शांत रहें और इस तरह की फर्जी खबरों से गुमराह न हों। महाराष्ट्र में त्रिपुरा के बारे में फर्जी खबरों के आधार पर हिंसा और भद्दे बयानों की खबरें आई हैं जिनका उद्देश्य शांति और सद्भाव को बिगाड़ना है। यह बहुत ही चिंताजनक है और यह आग्रह किया जाता है कि हर कीमत पर शांति बनी रहे।