नई दिल्ली। कांग्रेस की महासचिव और यूपी चुनाव की प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक अखबार से बातचीत में कहा है कि यूपी उनके दिल के करीब है और वहां के विकास के लिए वो काम करती रहूंगी। प्रियंका भले ही कह रही हैं कि यूपी उनके दिल के करीब है, लेकिन उनके भाई और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कह चुके हैं कि यूपी के लोगों को तमीज नहीं है और वे बेवकूफ हैं। तो चलिए भाई-बहन के बयानों का पोस्टमॉर्टम कर लिया जाए। पहले बात करते हैं प्रियंका गांधी की। अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रियंका ने कहा कि यूपी में महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याएं हैं। महिलाओं की सुरक्षा पर भी उन्होंने बात कही है। दलितों पर अत्याचार का मुद्दा भी उन्होंने उठाया है, लेकिन प्रियंका को अपनी सरकारों का दौर नजर नहीं आ रहा। न उन्हें 1984 का सिख विरोधी दंगा याद आ रहा है और न ही मलियाना दंगों का मामला ही उन्हें नजर आता है। महिलाओं की सुरक्षा की बात करने वाली प्रियंका को राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान आए दिन हो रही महिलाओं से अपराध की खबरें भी नहीं दिख रही हैं। किसानों की समस्या की बात करें, तो महाराष्ट्र की जिस सरकार में कांग्रेस शामिल है, वहीं सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगारी पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी है। इन सभी जगह कांग्रेस की सरकारें हैं।
अब आते हैं यूपी का दिल के करीब होने के प्रियंका के बयान पर। प्रियंका कह रही हैं कि यूपी उनके दिल के करीब है। जबकि, उनके भाई राहुल गांधी ने इस साल फरवरी में केरल में भाषण देते हुए कहा था कि यूपी के लोग बेवकूफ हैं और उन्हें समझ नहीं है। राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा था कि वो 15 साल तक उत्तर भारत यानी अमेठी से सांसद रहे। इस दौरान उन्होंने देखा कि उत्तर भारत के लोगों को मुद्दों की समझ नहीं है। राहुल ने कहा था कि 2019 में वो दक्षिण भारत आए, तो पता चला कि यहां के लोग मुद्दों के बारे में समझते हैं।
हकीकत ये है कि राहुल गांधी 2019 में अमेठी और केरल के वायनाड दोनों जगह से चुनाव लड़े थे। अमेठी में उन्हें 2014 से ही स्मृति ईरानी जबरदस्त टक्कर दे रही थीं। राहुल को शायद लग गया था कि अमेठी से उनकी जीत मुश्किल हो सकती है। ऐसे में उन्होंने वायनाड से भी पर्चा भरा था। बहरहाल, अमेठी के लोगों ने उन्हें हरा दिया। वहां के लोगों का कहना है कि राहुल ने कभी भी अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया। तो कुल मिलाकर प्रियंका का यूपी का दिल के करीब होने का बयान पूरी तरह चुनाव को देखते हुए दिया गया लग रहा है। साथ ही कांग्रेस के पाखंड को भी भाई और बहन के बयान उजागर करते हैं।