नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी कंगाली के लिए तो मशहूर है ही साथ ही आतंकियों को पनाह देने के मामले में दुनियां के बाकि देशों की निगाहों में भी बना हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने देश की फटीचर हालातों से रूबरू हैं लेकिन बावजूद इसके दूसरे देशों के मामलों में टांग अड़ाने से बाज नहीं आता। भारत में जारी मुद्दें हो या फिर कश्मीर, अक्सर पाक पीएम इसपर अपनी राय देते रहते हैं। अपने ‘बड़बोलेपन’ के लिए जाने-जाने वाले पाक पीएम इमरान खान 23 फरवरी को रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दो दिने के दौरे पर वो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। रूस यात्रा पर जाने से पहले एक बार फिर पाकिस्तानी पीएम ने एक रूसी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘नरेंद्र मोदी से टीवी पर डिबेट करना मुझे बहुत अच्छा लगेगा।’ इमरान खान के इसी बयान पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है।
कांग्रेस नेताओं ने दिया ये जवाब
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘मेरे राजनीतिक मतभेद होते हुए भी मैं नहीं चाहता कि हमारे प्रधानमंत्री पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से टीवी डिबेट करें। इससे आतंकवाद का व्यापार करने वाले पाकिस्तान को नैतिक धरातल मिल जाएगा। वह पहले की ही तरह झूठ बोलेगा।’
“India has now adopted a racist ideology inspired by Nazis,”
Prime Minister @ImranKhanPTI‘s Interview with @OksanaBoyko_RT (@RT_com) pic.twitter.com/IwoWX3XZac
— Prime Minister’s Office, Pakistan (@PakPMO) February 22, 2022
कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने इमरान खान की इस बात पर कहा, ‘बहस करना लड़ाई करने से ज्यादा अच्छा है लेकिन भारत के टीवी चैनलों पर तो इससे कोई नतीजा निकलता नहीं है। केवल विवाद बढ़ता है।’ वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट करके कहा, ‘एक टीवी डिबेट के माध्यम से पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद से कैसे निपटा जा सकता है। आप गंभीर तो हैं?’
Dear @ImranKhanPTI, agree that “jaw-jaw is better than war-war”, but no issues are ever resolved in Indian television debates, only exacerbated! https://t.co/G8hlQ5hGjR And some of our anchors would be happy to ignite tWorld War III if it would increase their TRPs….
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 22, 2022
भारत के खिलाफ कही ये बात
इसी इंटरव्यू में इमरान खान ने ये भी आरोप लगाया था कि उनकी तरह से बातचीत की कोशिश की गई थी लेकिन भारत ने इसपर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पाक पीएम ने कहा, ‘जब मेरी पार्टी सत्ता में आई तभी मैंने भारत की तरफ हाथ बढ़ाया। मैंने कहा कि बातचीत करके मसले का हल निकालते हैं। मैंने भारत के साथ 10 साल क्रिकेट खेला लेकिन जब दोस्ती का हाथ बढ़ाया तो लगा कि अब वह भारत नहीं है। वहां एक उग्र विचारधारा का कब्जा हो चुका है।’