नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब राज्यसभा में देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस नेताओं के बीच मचे आपसी घमासान को लेकर चुटकी लेते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्य सभा में अपने भाषण की शुरूआत करते हुए सदन में नेता विपक्ष एवं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा , दोनों के भाषणों का जिक्र किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आनंद शर्मा को भाषण देने के लिए कम समय मिलने का जिक्र करते हुए कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के बीच के अंतर्विरोध को लेकर कटाक्ष भी किया। दरअसल, राज्य सभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा अपनी ही पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राज्य सभा में लंबा भाषण देने पर नाराज हो गए थे।
आनंद शर्मा के मुताबिक, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में कांग्रेस को बोलने के लिए 109 मिनट का समय दिया गया था , जिसमें से लगभग 1 घंटा नेता विपक्ष खड़गे ही बोल गए थे। इससे नाराज आनंद शर्मा ने राज्य सभा में भाषण देने से ही इनकार कर दिया था। कहा तो यहां तक गया कि चूंकि आनंद शर्मा जी-23 गुट के नेता है इसलिए उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। पार्टी के कई नेताओं द्वारा मनाने के बाद बड़ी मुश्किल से आनंद शर्मा राज्य सभा में भाषण देने के लिए तैयार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आनंद शर्मा को मिले इसी कम समय का जिक्र करते हुए कांग्रेस में नेताओं के बीच के आपसी अंतर्विरोधों को और ज्यादा उभारने का प्रयास किया।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी को खूब खरी खोटी सुनाई। पीएम मोदी ने कहा, इस सदन में कुछ साथियों ने भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश की और ऐसा लग रहा था कि उन्हें इसे पेश करने में आनंद भी आ रहा था। मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जय-पराजय होती रहती है, उससे छाई हुई व्यक्तिगत जीवन की निराशा कम से कम देश पर नहीं थोपनी चाहिए।